गौलापार स्थित पश्चिम खेड़ा में बंटाईदार खूबकरन मौर्य के 10 वर्षीय बेटे अमित मौर्य की हत्या के बाद उसका कटा सिर और दाहिना हाथ ढूंढने में पुलिस को चौथे दिन भी सफलता नहीं मिली है। सीओ नितिन लोहनी के साथ ही पुलिस टीमें बृहस्पतिवार को दिन भर जंगल और खेतों में छानबीन करती रहीं जिस गड्ढे में बच्चे का शव मिला था, उसके आसपास की जमीन को जेसीबी से दोबारा खुदवाया गया, लेकिन हाथ खाली ही रहे। बृहस्पतिवार सुबह ही स्निफर डॉग को लेकर पुलिस टीम पश्चिमी खेड़ा पहुंच गई। पुलिस ने आरोपियों की घर की फिर से तलाशी ली। घर में रखे कबाड़ जैसे सामान को बाहर निकलवाया। इसके बाद घर का कोना-कोना छान मारा।
घर के पीछे स्थित गोठ (पशुशाला) का भी बारीकी से निरीक्षण किया। फोरेंसिक टीम ने यहां से नमूने लिए जिस कट्टे में लाश मिली थी, उसे सुंघाकर स्निफर डॉग को एक बार फिर दौड़ाया गया लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। दोपहर बाद सीओ के नेतृत्व में टीम ने घर से सौ मीटर के दायरे में आने वाले निर्माणाधीन मकान को भी खंगाला। इसके बाद गौला नदी की ओर खेतों और पेड़ों के झुरमुट तक तलाशी अभियान चलाया गया। मुख्य सड़क से मकान तक आने वाले रास्ते पर पड़ने वाले खेतों की भी खाक छानी गई। देर शाम अभियान रोक दिया गया। पुलिस अब शुक्रवार को तलाश में जुटेगी।
यह है मामला
बरेली निवासी खूबकरन परिवार के साथ गौलापार के पश्चिमी खेड़ा में रहते हैं। उनका बेटा अमित सोमवार को लापता हो गया था। मंगलवार को उसका सिर व हाथ कटा शव पड़ोसी के घर से कुछ दूरी पर गड्ढे से बरामद हुआ। संदेह के आधार पर पुलिस ने आरोपी सहित परिवार के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया। 24 घंटे बीतने के बाद भी खुलासा नहीं होने से नाराज परिजनों और लोगों ने बुधवार को काठगोदाम में चार घंटे हंगामा किया। इस दौरान पुलिस को बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ना पड़ा था। अमित का शव मोर्चरी में रखा है। सिर नहीं मिल पाने के कारण अभी तक पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है।
तीन सीओ के साथ ही छह थाना प्रभारी और एसओजी भी लगी
कटे सिर और हाथ की तलाश में एसएसपी ने तीन सीओ के साथ ही छह थाना प्रभारियों और एसओजी को लगाया है। पूरी टीम घर के साथ ही अन्य संभावित स्थानों की तलाशी ले रही है।