सोमवार को बाल आयोग की टीम ने पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय आईटीबीपी का औचक निरीक्षण किया। प्रिंसिपल की मेज पर एक कोचिंग की कुछ किताबें मिलीं। वहीं, दून वैली इंटरनेशनल स्कूल के पिछले निरीक्षण को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की ओर से इन दिनों सरकारी व गैर-सरकारी स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है। आयोग की अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना और सदस्य विनोद कपरवाण के निरीक्षण के दौरान प्रधानाचार्य ने जवाब दिया कि समय-समय पर निजी कोचिंग इंस्टीट्यूट बच्चों को टिप्स देने के लिए क्लास लेते रहते हैं।
इस पर आयोग अध्यक्ष ने खासा नाराजगी व्यक्त की। कहा कि केंद्रीय विद्यालय में अनुभवी शिक्षकों के होते हुए निजी कोचिंग इंस्टिट्यूट बच्चों को स्टडी मैटेरियल उपलब्ध करवाएं और बच्चों को टिप्स दें यह सर्वथा अनुचित है। इसके बाद टीम ने केवि में छात्र-छात्राओं से बाल आयोग के बारे में पूछा। इस पर बच्चों ने कहा कि उन्हें बाल आयोग की कोई जानकारी नहीं है।आयोग की अध्यक्ष ने उपायुक्त, केंद्रीय विद्यालय संस्थान क्षेत्रीय कार्यालय, क्षेत्रीय अधिकारी, सीबीएसई, प्रधानाचार्य, केंद्रीय विद्यालय आईटीबीपी, और मुख्य शिक्षा अधिकारी के साथ परिचर्चा बैठक करने की बात कही।
चेतावनी के साथ भेजा कारण बताओ नोटिस
दो दिन पहले बाल आयोग ने दून वैली इंटरनेशनल स्कूल का औचक निरीक्षण किया था। निरीक्षण के बाद दस्तावेज के साथ विद्यालय प्रबंधक संजय चौधरी को आयोग कार्यालय में उपस्थित होने के लिए दो दिन का समय दिया गया था। स्कूल ने कोई दस्तावेज प्रस्तुत किए और न ही प्रबंधक उपस्थित हुए। इस पर बाल आयोग ने स्कूल को कारण बताओ नोटिस भेजने के साथ आयोग की अवमानना पर चेतावनी देते हुए एक दिन अतिरिक्त समय दिया गया।