खटीमा। ऋण दिलाने के नाम पर एक व्यक्ति से 2,43,392 रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी की गई। इस मामले में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। श्रीपुर बिचवा निवासी पुष्कर सिंह वल्दिया ने पुलिस को तहरीर सौंपकर बताया कि 17 जून 2025 को अपने मोबाइल (फेसबुक) पर को धनी फाइनेंस एंड सर्विसेज कंपनी का विज्ञापन देखा। लिंक खोलकर 5,00,000 रुपये के लोन के लिए आवेदन किया। उन्होंने बताया कि घर पर शादी होने के कारण उन्हें पैसों की जरूरत थी। उसके बाद उनके व्हॉट्सएप पर धनी फाइनेंस एंड सर्विसेज कंपनी के बैंक लोन एजेंट का फोन आया, उसके साथ उनकी व्हाट्सएप पर बात होने लगी। उसने अपना नाम मोहित बताया और उनके आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, बैक स्टेटमैंट व मेल आईडी मोहित ने लोन एप्रूवल के लिए मांगे।
उसने 1999 रुपये लोन प्रोसेसिंग फीस मांगी, जिसे उन्होंने उसके क्यूआर कोड से 17 जून 2025 को भेज दिया। उसके बाद उक्त अज्ञात व्यक्ति ने व्हॉट्सएप व कॉल के माध्यम से उनसे लगातार संपर्क में रहकर 17 जून से एक जुलाई 2025 तक विभिन्न तिथियों में अलग-अलग खातों में धनराशि जमा कराई। उसने कहा कि 24 घंटे के भीतर कुल लोन धनराशि व कोरेटल के रूप में जमा धनराशि सब एक साथ उनके खाते में आ जाएगी। कई दिनों तक रुपये उनके खाते में नहीं आए। जब उन्होंने उक्त फोन किया उसने फोन रिसीव नहीं किया।उसके बाद उन्होंने कंपनी के टोलफ्री पर नंबर पर फोन किया। जहां उनसे कहा गया कि एक सप्ताह में धनराशि उनके खाते में आ जाएगी लेकिन रुपये नहीं आए। उसके बाद उन्होंने व्हाट्सएप नंबर पर कॉल की तो उनसे कहा गया कि उनकी फाइल पेंडिंग में चली गई है। बाद में उन्हें बताया गया कि पूर्व में जिस मोहित नाम के व्यक्ति के साथ उनकी बात हो रही थी, उसे कंपनी ने निकाल दिया है और उनकी फाइल की एनओसी समाप्त होने की बात कही। दोबारा एनओसी के लिए 36,998 रुपये मांगे गए तो उन्हें धोखाधड़ी का एहसास हुआ। उनके साथ 17 जून से एक जुलाई तक कुल 2,43,392 की ऑनलाइन धोखाधड़ी की गई।