मानसून में आपदा गांव-गांव के तबाह तो कर ही रही है शिक्षालयों को भी नुकसान पहुंचा रही है। प्रदेश के 17 राजकीय कॉलेजों को इस आपदा से नुकसान पहुंचा है। कहीं दीवार गिरी तो कहीं बिल्डिंग में दरार पड़ गई। इनके लिए उच्च शिक्षा निदेशालय ने शासन को 937 लाख रुपये का प्रस्ताव भेजा है। प्रदेश में अतिवृष्टि, भूस्खलन और बादल फटने से कॉलेजों को काफी नुकसान पहुंचा है। सबसे ज्यादा नुकसान बागेश्वर के राजकीय महाविद्यालय दुगनाकुरी को हुआ है। यहां सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हुई। इसके लिए 230 लाख का प्रस्ताव भेजा गया। पिथौरागढ़ के राजकीय महाविद्यालय गणाई गंगोली और राजकीय महाविद्यालय भिकियासैण (अल्मोड़ा) में हुए नुकसान के लिए करीब एक करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया गया है। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ की क्षतिग्रस्त सड़क और मुख्य भवन के लिए 200 लाख का प्रस्ताव बना है।
इन कॉलेजों को भी हुआ है नुकसा
राजकीय महाविद्यालय ब्रह्मखाल उत्तरकाशी : 3.06 लाख
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सोमेश्वर : 06 लाख
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बेरीनाग : 18.56 लाख
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कुणीधार मनीला : 03 लाख
राजकीय महाविद्यालय चौखटिया : 7.17 लाख
राजकीय महाविद्यालय पाबो पौड़ी : 10 लाख
राजकीय महाविद्यालय चौबट्टाखाल : 03 लाख
राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी चंपावत : 26.90 लाख
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय लक्सर : 10 लाख
राजकीय महाविद्यालय पैठाणी पौड़ी : 40 लाख
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पुरोला : 60 लाख
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गैरसैंण : 90 लाख
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि : 30 लाख
आपदा और मानसून में प्रदेश के 17 राजकीय कॉलेजों को नुकसान पहुंचा है। इसके लिए 937 लाख रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। वहां से धन अवमुक्त होते ही इन कॉलेजों में कार्य कराया जाएगा। – डॉ. बीएन खाली, निदेशक, उच्च शिक्षा







