चिल्लूपार। बड़हलगंज क्षेत्र के कछार में सरयू और राप्ती नदी के बढ़ते जलस्तर से गोनाह, पटना मुस्तकिल, पटना एहतमाली, कोटिया निरंजन, कोटिया दीपशाह, ज्ञानकोल, बगहादेवार समेत 29 गांव राप्ती और सरयू नदियों की बाढ़ से प्रभावित हैं। इन गांवों में 13 नाव लगाई गई है। राप्ती नदी के बढ़ते जलस्तर से 43 किलोमीटर की लंबाई में बने कोठा-नवलपुर तटबंध पर दबाव बढ़ रहा है। 29 गांव बाढ़ से घिर गए हैं। यहां के सात सरकारी स्कूल बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं।सरयू नदी की बाढ से मुक्तीपथ पर बने कुल 43 प्लेफाॅर्म में 34 डूब गए हैं। शनिवार को मुक्तिपथ पर विभिन्न गांवों से आए शवों का दाह संस्कार नो प्लेटफाॅर्म पर किया गया। एसडीएम गोला अमित कुमार जायसवाल ने बताया कि नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। बड़हलगंज ब्लाक क्षेत्र के कछार और दियारा के 29गांव बाढ़ प्रभावित है । प्रभावित गांवों में 14 नाव लगाईं गई है। बाढ़ चौकियों को फिर से सक्रिय कर दिया गया है। एनडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट मोड में रखा गया है।
बंधे के किनारे चलीं प्राथमिक विद्यालय में कक्षाएं
जंगल कौड़िया। रोहिन नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण शुक्रवार को प्राथमिक विद्यालय गायघाट चारों ओर से बाढ़ के पानी से घिर गया। इसके बाद शनिवार को शिक्षकों ने तटबंध पर ही कक्षाएं संचालित कीं। एआरपी मुकेश कुमार गुप्ता ने विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया। शनिवार को कुल 55 विद्यार्थी उपस्थित रहे।
कैंपियगंज: कोमर टोला और चंदीपुर गांव बाढ़ के पानी से घिरे
कैंपियरगंज। क्षेत्र में रोहिन व राप्ती नदी के जलस्तर से ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है। कोमर टोला व चंदीपुर गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। तहसील प्रशासन ने राहत कार्य शुरू करते हुए ग्रामीणों की सुविधा के लिए नावों की व्यवस्था कराई है, ताकि लोगों को सुरक्षित स्थानों तक ले जाया जा सके। प्रशासनिक टीम लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं।