लंबित देयकों के भुगतान की मांग के लिए पालिका कार्यालय में रिटायर्ड कर्मी की पालिकाध्यक्ष और ईओ से नोकझोंक हो गई। भाजपाइयों की मौजूदगी में वार्ता के दौरान मामला बिगड़ गया। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस आरोपी कर्मचारी को कोतवाली ले गई। मामले में दोनों पक्षों में कोतवाली में आरोप लगाते हुए तहरीर सौंपी है। बृहस्पतिवार को पालिका से सेवानिवृत्त कर्मी राजेश अपनी पत्नी के एम्स में चल रहे इलाज का हवाला देते हुए लंबित देयकों के भुगतान की मांग के लिए पालिकाध्यक्ष डॉ.सरस्वती खेतवाल के पास पहुंचे।
पालिकाध्यक्ष ने उनसे ईओ से मिलने के लिए कहा। इसी दौरान ईओ रोहिताश शर्मा वहां पहुंचे तो कर्मी की उनके साथ नोकझोंक हो गई। आरोप है कि कर्मी ने पालिकाध्यक्ष से भी अपशब्द कहे। लंबी जिरह के बाद सभासदों ने हस्तक्षेप कर मामला सुलझाया। एहतियान पुलिस रिटायर्ड कर्मी को कोतवाली ले गई। कुछ देर बाद भाजपा का शिष्टमंडल वहां पहुंचा। तभी कर्मी भी ईओ के कक्ष में पहुंच गया। वहां हुई वार्ता फिर नोकझोंक में बदल गई।भाजपाइयों के भड़कने पर मामला बिगड़ने लगा जो किसी तरह शांत हुआ। हालांकि बाद में भाजपा जिला उपाध्यक्ष दया पोखरिया, नगर अध्यक्ष नितिन व मंडी परिषद सलाहाकार मनोज जोशी ने किसी मामले में ज्ञापन देने के चलते यहां आने की बात कही।







