Tuesday, November 4, 2025
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चर्च से पांच लोग अरेस्ट चौंकाने वाला खुलासा 2012 में सर्वे और 2023 से शुरू किया धर्मांतरण का खेल

अहरौरा पुलिस ने हिंदू धर्मावलंबियों को प्रलोभन देकर ईसाइ धर्म में परिवर्तन कराने के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनके पास से वेतन भत्ता का रजिस्टर, धर्मांतरण में संलिप्त व्यक्तियों को डेटा, चार मोबाइल, एक लैपटाप, डीवीआर आदि सामान बरामद किया। मामले का खुलासा एसएसपी सोमेन बर्मा ने मंगलवार को पुलिस लाइन स्थित सभागार में किया। एसएसपी ने बताया कि अहरौरा पुलिस ने 29 सितंबर को सूचना मिली कि चर्च में कुछ लोगां को धर्म परिवर्तन कराने के लिए एकत्र किया गया है। उन्हें प्रलोभन देकर ईसाइ धर्म में परिवर्तन कराने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।मामले में अहरौरा के कंचनपुर ननाासी इंद्रसन के तहरीर पर देव सहायम डैनियल निवासी टीएन कुदकुडी थाना पुलियनगुड़ी तेनकाशी तमिलनाडू और मिथिलेश कमार कोल पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया।

पुलिस ने की कार्रवाई
पूछताछ करने पर देव सहायम डैनियल राज ने बताया कि उसको इण्डियन मिशनरीज सोसाइटी तिरूनिवेली तमिलनाडु के द्वारा अहरौरा व नौगढ़ चन्दौली क्षेत्र का फील्ड इंचार्ज नियुक्त कर भेजा गया है। वर्तमान में सेन्ट माइकल चर्च सरिया थाना अहरौरा जनपद में रहकर इण्डियन मिशनरीज सासाइटी के लिए जुलाई 2025 से काम कर रहा है। इसके पहले मधुपुर सोनभद्र में कार्यरत था। इण्डियन मिशनरीज सोसाइटी में उसको अहरौरा व नौगढ़ चन्दौली के क्षेत्रों में निर्बल, पिछड़े, आदिवासी वर्ग के लोगों को शैतानी शक्तियों से मुक्ति दिलाने के नाम पर चंगाई प्रार्थना सभा का चर्च में आयोजन करके और गांव-गांव अपने प्रचारकों के माध्यम से प्रार्थना सभा करके , लोगों को आर्थिक मदद आदि करके जोड़ा जाता है।धीरे-धीरे उनको प्रभु यीशु के चमत्कारी स्वरूप बताकर उनको प्रलोभन व शैतानी भय दिखाकर धर्मांतरण कराया जाता है। पूछताछ के बाद पुलिस ने मामले में शामिल तीन अन्य आरोपी ओम प्रकाश निवासी रजौली थाना अदलहाट, पारस सोनकर निवासी अनगढ़ रोड पुरानी अंजही कोतवाली कटरा और थामस राज सेवक निवासी करवदिया थाना चकिया चंदौली को गिरफ्तार किया गया।

दो चर्च पर चला था बुलडोजर, डेढ़ वर्ष बाद डैनियल बना प्रभारी
अहरौरा में डेढ़ पहले धर्मांतरण मामले में अहरौरा के सेंट जोसेफ चर्च दो चर्च पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किया गया था। मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। उसके बाद से चर्च संचालक भाग गया था। उसके बाद डेढ़ वर्ष से अहरौरा क्षेत्र में धर्मांतरण की गतिविधियां बंद कर दी गई थी। जुलाई 2025 में देव सहायम डैनियल को फिल्ड इंचार्ज बनाकर भेजा गया। इससे पहले यह सोनभद्र के मधुपुर में प्रभारी था। इसके अंदर नौगढ़ तीन चर्चा और सात प्रचारक कार्य कर रहे थे। अदलहाट और अहरौरा में पांच चर्च इसके निगरानी में कार्य कर रहे थे। इसमें अहरौरा में सरिया सेंट माइकल , बैरमपुर में सेंट पैट्रिक मानिकपुर में सिलन चर्च, अदलहाट के रजौली में होली ट्रिनीटी चर्च, विसौरा में सेवर चर्च विसौरा अदलहाट में है। अहरौरा क्षेत्र में आठ प्रचारक नियुक्त है। जिस चर्च में धर्मांतरण का कार्य हो रहा था। उसे सील कर दिया गया। बाकी की जांच की जा रही है।

2012 में किया था सर्वे, 2023 से शुरु किया धर्मांतरण
एएसपी आपरेशन ओपी सिंह ने बताया कि देव सहायम डैनियल की टीम ने 2012 में अहरौरा में आकर धर्मांतरण के लिए सर्व किया था। इसके बाद बीच-बीच में टीम आती रही। 2024 से धर्मांतरण का कार्य शुरु किया। इसके लिए अहरौरा क्षेत्र में आठ प्रचारक रखे गए। जिनको इण्डियन मिशनरीज सोसाइटी तिरूनिवेली द्वारा वेतन भत्ता व प्रार्थनासभा कराने के लिए धन मुहैया कराया जाता है। यह प्रचारक गांव-गाव जाकर खास तौर निर्बल, पिछड़े,आदिवासी समाज को मिशन से जोड़ते हैं। उनको ईसाई धर्मस्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। महिलाओं को सिलाई कढ़ाई का कार्य सिखाने के बहाने जोड़ा जाता है। उनको प्रार्थना सभाओं में ले जाकर धीरे-धीरे ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रलोभन देकर तथा समय-समय पर उनकी आवश्यकताओं को देखते हुए सामान, पैसा आदि देते हुए पवित्र बाई बिल भी उनको दी जाती है। बाईबिल की शिक्षाओं को पढ़ने व प्रभु यीशु के गीत गाने के लिए प्रोत्साहित कर और धीरे-धीरे उनका धर्मांतरण कराया जाता है।

70 को कराया था धर्मांतरण, 700 की बनी थी सूची
एसएसपी सोमेन बर्मा ने बताया कि धर्मांतरण कराने वालों ने अब तक 70 लोगों को धर्मांतरण कराया है। 600 से 700 लोगों की सूची बनाया था। जिनको धर्मांतरण कराया जाना था। जिनको दो से तीन माह में धर्मांतरण करा लेता। फंडिंग करने वालों की जानकारी की जा रही है। इनका डिजिटल डेटा एकाउंट को साइबर सेल की टीम जांच कर रही है। इसके अलावा अन्य स्थानों पर इनकी सक्रियता हो सकती है। उसकी भी जांच की जा रही है। ये लोग पहले गांव में जाकर बीमार लोगों को बिना दवा के ठीक करने के बहाने चर्च में लाकर चंगाई सभा में लाते थे। वहां पर लाकर उनको प्रलोभन आदि दिया जाता था।

हास्टल बनाकर 10 लड़कों को रखा था
देव सहायम डैनियल की पत्नी चर्च परिसर में ही एक हास्टल बनाकर रखी थी। जिसमें गांव के 10 लड़कों को रखी थी। जहां पर चर्च बना है। उसे 2012 में खरीदा गया था। जमीन किसी और के नाम खरीदा गया था। जहां चर्च का निर्माण किसी और ने कराया। इसकी जांच की जा रही है।

जांच प्रक्रिया के बाद ही हो सकता है धर्म परिवर्तन
एसएसपी सोमेन बर्मा ने बताया कि तीन माह पहले धर्म परिवर्तन का कानुन बना। इसके तहत कोई भी व्यक्ति धर्म अपना सकता है पर इसके लिए शर्त है। कानूनी प्रकिया को पुरा करना पड़ता है। कानूनी प्रक्रिया जिला मजिस्ट्रेट के यहां से होती है। जहां आवेदन करने पर बताना पड़ता है कि दिल से धर्म को मामते है।उसका कारण बताना होता है। जांच होती है लालच आदि के चक्कर में धर्म परिवर्तन नहीं हो रहा है। जिला मजिस्ट्रेट की कमेटी अनुमति के बाद परिवार से भी अनुमति लेनी पड़ती है। इसके बाद कानुनी रुप से धर्म परिवर्तन कर सकते है। इस नियम का पालन न करना अपराध है। जैसे अहरौरा थाना क्षेत्र में कराया जा रहा था।

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