द्वाराहाट (अल्मोड़ा)। क्षेत्रीय संघर्ष समिति जालली उपमंडल क्षेत्र की समस्याओं को लेकर संघर्ष समिति का जालली बाजार में धरने के साथ आंदोलन शुरू हो गया है। समिति ने समस्याओं का समाधान न होने पर कड़ा आक्रोश जताते हुए उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। आंदोलन को उक्रांद ने भी समर्थन दिया है। शुक्रवार को क्षेत्रीय संघर्ष समिति जालली उपमंडल क्षेत्र की 14 सूत्री मांगों के पूरा न होने पर आंदोलन शुरू किया गया। उनका कहना है कि मांगों को पूरा करने के लिए समिति ने सांसद, विधायक, डीएम, एसडीएम को ज्ञापन भेजा था। इसके बाद भी उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया। उन्होंने जालली-नागार्जुन मोटर मार्ग, ईडा-बिरोली मोटर मार्ग निर्माण, ईड़ा-सेल्टा-चौधार मोटर मार्ग डामरीकरण ,जालली के गिरखेत से भेटी-कामा मार्ग पर डामरीकरण, बाबन-गनोली मार्ग के अवशेष में डामरीकरण, बाबन-बिल्लाड में डामरीकरण, जालली उप तहसील को पूर्ण तहसील का दर्जा देने, डहल-जालली-भटकोट पेयजल योजना का पुनर्गठन करने, ऊर्जा निगम से लाइनों का सुधारीकरण और लाॅपिंग करने, प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र जालली का उच्चीकरण करने, पशु चिकित्सालय जालली व सगनेटी में डाक्टरों की नियुक्ति करने की प्रमुख समस्याओं के समाधान की मांग की थी। मांगों को पूरा करने के लिए दो अक्तूबर तक का समय दिया था। इसके बाद भी उनकी मांग पूरी नहीं हो पाई। धरने में वरिष्ठ व्यवसायी अंबा दत्त शर्मा, संघर्ष समिति अध्यक्ष एवं ईड़ा के पूर्व प्रधान मनोज रावत, कांडे के पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य महेंद्र सिंह नेगी बैठे। पूर्व विधायक पुष्पेश त्रिपाठी, युवा उक्रांद प्रदेश अध्यक्ष आशीष नेगी, उक्रांद जिलाध्यक्ष जगदीश रौतेला ने आंदोलन स्थल पर पहुंचकर समर्थन दिया।
जालली बाजार में संघर्ष समिति का धरना शुरू
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