Monday, December 22, 2025
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अधिकारियों को बनाया बंधक धान खरीद शुरू नहीं होने पर भड़के किसान

रुद्रपुर। प्रशासनिक आंकड़ों के मुताबिक जिले में धान खरीद एक अक्तूबर से शुरू हो गई है। सोमवार को बड़ी संख्या में किसान गल्ला मंडी में जुटे और धरने पर बैठ गए। किसानों ने कहा कि जिले में केवल खटीमा और सितारगंज में ही धान खरीद हो रही है, बाकी के ब्लॉकों में खरीद ठप है। इसी बीच डिप्टी आरएमओ अशोक कुमार किसानों की समस्या सुनने पहुंच गए। किसानों ने उन्हें दरी पर बैठा लिया। खुली पंचायत में किसानों ने कहा कि जब तक समस्याओं का निस्तारण नहीं हो जाता, तब तक डिप्टी आरएमओ बंधक रहेंगे। जिले में धान खरीद शुरू किए जाने सहित कई मुद्दों को लेकर किसानों ने धरना दिया। धरने में पहुंचे डिप्टी आरएमओ सहित आरएफसी के कई अधिकारियों को बंधक बनाकर कई घंटे तक धरने में बैठाए रखा। पूछा कि माह का छह दिन निकल जाने के बाद रुद्रपुर, गदरपुर, जसपुर, बाजपुर और काशीपुर विकास खंड में धान खरीद क्यों नहीं शुरू हुई। कई घंटे तक चले किसानों ने उग्र धरने को लेकर प्रशासन परेशान रहा।

किसानों ने हुंकार भरी कि अगर मौके पर आधा घंटे में उच्चाधिकारी नहीं पहुंचे तो किसान काशीपुर-रुद्रपुर हाईवे को जाम करेंगे। यह सुनकर विभागीय कर्मियों के हाथ-पांव फूलने लगे। मौके पर आरएफसी, मंडी, राइस मिलर्स एसोसिएशन के लोग भी मौके पर पहुंचे और उन्हें किसानों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। दो बजे आरएफसी कुमाऊं लता मिश्रा पहुंची और किसानों को आश्वासन दिया कि तुरंत धान की खरीद शुरू की जाएगी। पोर्टल खुल गया है। उन्होंने आश्वस्त किया कि छुट्टी के दिन भी किसानों के धान की खरीद की जाएगी। इस आश्वासन पर किसानों ने धरना समाप्त किया। धरने में राष्ट्रीय अध्यक्ष तराई किसान यूनियन तेजिंदर सिंह विर्क, सलविंद सिंह कलसी, जगदीश सिंह, जागीर सिंह, पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन, रणजीत सिंह राणा, सुरजीत सिंह बरनाला, सुक्खा सिंह, संतोख सिंह रंधावा आदि शामिल रहे।

कच्चा आढ़ती प्रति क्विंटल लूट रहे 700 रुपये
रुद्रपुर। तेजिंदर सिंह विर्क ने कहा कि शासन-प्रशासन ने किसानों के साथ दोहरा रवैया अपनाया है। प्रशासन का पूरा फोकस खटीमा और सितारगंज पर ही है। खटीमा में 60, सितारगंज में 25-30 से अधिक केंद्र बनाए गए हैं। क्या केवल खटीमा और सितारगंज में ही किसान रहते हैं। आरोप लगाया कि पोर्टल नहीं खुलने के मामले में आरएफसी, मंडी, मिलर्स और प्रशासन मिला हुआ है। इनकी सह पर कच्चे आढ़ती प्रति क्विंटल 700 रुपये का मुनाफा कमा रहे हैं। कहा कि पोर्टल न खुलने के नाम पर किसानों से औने-पौने दामों पर खरीद की जा रही है।

अधिकारियों में ही दिखा विरोधाभास
रुद्रपुर। धरने में पहुंचे डिप्टी आरएमओ ने किसानों को बताया कि खरीद को पोर्टल खुल गया है। अब खरीद शुरू होगी। इस पर किसानों ने राइस मिलर्स संघ के गगन से पूछा कि जब पोर्टल खुल गया है तो खरीद क्यों नहीं हो रही। इस पर गगन ने बताया कि पोर्टल खुलने से क्या होगा, जब तक पोर्टल में खरीद का लक्ष्य नहीं मिलेगा, तब तक वे खरीद नहीं कर पाएंगे। इस दौरान किसानों ने प्रशासन पर किसानों को भरमाने का आरोप लगाया। हालांकि धरने के दौरान मौके पर ही पोर्टल अपडेट हुआ।

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