रुद्रपुर। इस बार पटाखा बाजार में 288 हैंड ग्रेनेड और अनार मैट्रो ने दस्तक दी है। हैंड ग्रेनेड और अनार मैट्रो पटाका के शौकीनों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। पिछले साल की तुलना में इस बार पटाखों में 25 से 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।नगर के मोदी मैदान में लगे पटाखा बाजार विभिन्न प्रकार के पटाखों से पटा है। पहली बार बाजार में आया 288 हैंड ग्रेनेड 1500 रुपये का बिक रहा है। हैंड ग्रिनेड को हाथ में पकड़कर जलाया जा सकता है। यह 288 फायर करता है। अनार मेट्रो की कीमत 350 रुपये है। ट्रेन के आकार में बने अनार में एक साथ तीन अनार जलेंगे। बात पटाखों में महंगाई की मार की करें तो पिछले साल मुर्गा छाप पटाखा 12 रुपये का था। इस बार उसकी कीमत 15 रुपये है।
मिट्टी का बड़ा अनार 300 से 350 रुपये में बिक रहा है। पिछली बार इसकी कीमत 210 से 250 रुपये थी। मिट्टी का छोटा अनार पिछले साल 120 रुपये का था। इस बार 150 रुपये में बिक रहा है।पटाखा बाजार की खास बात यह है कि कालीश्वरी जैसी नामी कंपनियों ने मुर्गा छाप पटाखा की 1000, 2000 की लड़ी बनाना बंद कर दिया है। इन कंपनियों के लड़ियां बाजार में उपलब्ध नहीं हैं। सामान्य कंपनियों की लड़ी बाजार में उपलब्ध हैं। पटाखा व्यवसायी मनिंदर सिंह ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार 25 से 30 प्रतिशत रेट बढ़े हैं। व्यापारी शंभू नाथ, राहुल कुमार, भूपेश कुमार, विनोद कुमार, मनीष कनौजिया ने बताया कि ग्राहक अलग-अलग वैरायटी के पटाखे खरीदना पसंद करते हैं।
टेंट की भी चुकानी पड़ती रकम
रुद्रपुर। पटाखा व्यापारियों को मैदान, नगर निगम के साथ ही मैदान में टेंट लगाने वाले लोगों को भी रकम चुकानी पड़ती है। व्यापारियों ने बताया कि पटाखा का लाइसेंस लेने के लिए 1000 रुपये का चालान लगता है। 500 रुपये खेल मैदान के देने पड़ते हैं। 1500 रुपया नगर निगम को जाता है। इसके साथ ही मैदान में टेंट लगाने वाले लग से दाम वसूलते हैं। पिछले साल एक टेंट का रेट 1800 रुपये था। इस बार 2500 रुपये वसूला गया। यह रकम टेंट लगाने वाले लोगों की जेब में जाती है।
प्रशासन ने 50 व्यापारियों को दिया लाइसेंस
किच्छा। दीपावली पर नगर के इंदिरा गांधी खेल मैदान में बने पटाखा बाजार में लोगों ने खरीदारी की। प्रशासन ने 50 व्यापारियों को पटाखा बिक्री का लाइसेंस दिया है। आपात स्थिति के लिए मैदान में फायर ब्रिगेड की व्यवस्था की गई है। पटाखा कारोबारी जगरूप सिंह ने बताया कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल अधिक बिक्री हुई है। सतर्कता के चलते प्रशासन ने पटाखा बाजार में पटाखा बजाने पर पाबंदी लगा रखी है।
जीआईसी गदरपुर के परिसर में लगा पटाखा बाजार
गदरपुर। दीपावली पर्व को देखते हुए प्रशासन के आदेश पर जीआईसी गदरपुर के परिसर में पटाखा बाजार लगाया है। यहां कुल 28 दुकानें लगाई गई हैं। पटाखा बाजार में 14 नंबर कि दुकान लगाने वाले विशाल आनंद बताते हैं कि लोग गोदामों से पटाखे खरीद लेते हैं, जिससे पहले जैसी भीड़-भाड़ नहीं होती है। 17 नंबर की दुकान चला रहे समन मुंजाल का कहना है कि पहली बार पटाखा बाजार में दुकान लगाई है। ग्राहक खरीददारी करने पहुंच रहे हैं। वहीं दुकान नंबर 27 के संचालक हिमांशु हुड़िया बताते हैं कि पटाखों पर सख्ती की वजह से लोग तेज आवाज वाले पटाखे न मिलने से मायूस हैं। फिर भी ब्रांडेड कंपनी के पटाखे खरीदने के लिए लोग पटाखा बाजार में पहुंच रहे हैं।
जीआईसी सितारगंज में सजा पटाखों का बाजार
सितारगंज। दीपावली पर्व पर जीआईसी सितारगंज के मैदान में पटाखों का बाजार सजाया गया है। विक्रेताओं ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल पटाखे महंगे हुए हैं। पटाखों के रेट में करीब 15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिसकर्मी भी लगातार बाजारों में गश्त करते रहे।
फायर अफसर ने निरीक्षण कर परखी सुरक्षा व्यवस्था
काशीपुर। अग्निशमन विभाग के प्रभारी अग्निशमन अधिकारी चंदन सिंह बिष्ट ने मानपुर रोड स्थित उदय राज इंटर कॉलेज खेद मैदान में लगे पटाखा बाजार का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने दुकानदारों से फायर एक्सटिंग्विशर एबीसी टाइप 6 किग्रा क्षमता के दो-दो सिलिंडर रखना होगा। साथ ही 200 लीटर पानी भरा ड्रम और दो रेता की बोरियां रखें। दुकान पर भिन्न-भिन्न प्रकार की आतिशबाजी के दो-दो डिब्बे खोलकर रखना होगा। बाजार में धूम्रपान व आतिशबाजी का छोड़ना पूरी तरह से निषेध रहेगा।
खटीमा में करीब एक करोड़ के पटाखे बिके
खटीमा। थारू राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में लगाए गए गए पटाखा बाजार में दोपहर और शाम के समय पटाखे खरीदने के लिए काफी भीड़ रही। पटाखा विक्रेता गोकुल ओली ने बताया कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार बिक्री थोड़ी कम हुई, लेकिन फिर भी पटाखा बाजार में शाम तक 80 लाख से एक करोड़ रुपये तक के पटाखों की बिक्री हो गई। इधर, धनतेरस के अगले दिन छोटी दिवाली पर भी खटीमा बाजार में ग्राहकों की काफी भीड़ रही। व्यापार मंडल अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने बताया कि छोटी दिवाली पर भी लोगों ने खूब खरीदारी की।