नानकमत्ता। रविवार को गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों की बैठक को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए थे। बाबा तरसेम सिंह की हत्याकांड के बाद होने जा रही बैठक व हत्याकांड के षड्यंत्र में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरबंस सिंह चुघ के नामित होने के चलते पुलिस को विवाद की आशंका थी। बैठक के निर्धारित समय तक अध्यक्ष हरबंस सिंह चुघ व उनके समर्थक सदस्यों के न पहुंचने से पुलिस ने राहत की सांस ली। डेढ़ घंटे बाद हरबंस सिंह चुघ एवं उनके कुछ समर्थक सदस्यों के गुरुद्वारा कार्यालय पहुंचने पर तनाव फैल गया। गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता की प्रबंधक कमेटी के सदस्यों की बैठक के चलते पुलिस ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए थे।
सितारगंज, खटीमा, झनकईया थाने के पुलिस बल के साथ पीएससी कर्मी भी तैनात थे। संगत के विरोध के चलते निवर्तमान अध्यक्ष हरबंस सिंह चुघ और उनके समर्थकों को कड़ी सुरक्षा के बीच परिसर से निकाला गया। आक्रोशित संगत बाबा तरसेम सिंह की हत्या के षड्यंत्र में शामिल हरबंस सिंह चुघ को गिरफ्तार करने की मांग करने लगी। बमुश्किल पुलिस ने हरबंस सिंह चुघ एवं उनके समर्थक सदस्यों को अपनी सुरक्षा में लेकर गुरुद्वारा परिसर में खड़ी गाड़ियों में बैठा कर सुरक्षित गुरुद्वारा परिसर से बाहर निकाला।
कमेटी के एक सदस्य से हाथापाई
गुरुद्वारा कमेटी के एक सदस्य को संगत ने घेरा और उसके साथ हाथापाई की। हाथापाई में सदस्य की कमीज भी फट गई। अचानक हुई घटना से पुलिस के हाथ पैर फूल गए। पुलिस ने सदस्य को अपनी सुरक्षा में लेकर संगत से बाहर निकाला।
ये लोग रहे मौजूद
वहां पर सीओ पंतनगर ओपी शर्मा,सीओ खटीमा विमल रावत, खटीमा कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी, कोतवाल सितारगंज भूपेंद्र सिंह बृजवाल, झनकईया थाना इंचार्ज अनिल जोशी, थाना अध्यक्ष देवेंद्र गौरव आदि थे।