रुद्रपुर। बेसिक शिक्षा में पदोन्नति के दौरान उर्दू सहायक शिक्षकों के आए आवेदनों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। शैक्षिक अभिलेखों में फर्जीवाड़ा की शिकायतों पर बेसिक शिक्षा विभाग ने अभी तक आठ को नोटिस जारी कर मूल शैक्षिक अभिलेख तलब किए हैं। इन उर्दू शिक्षकों के मूल अभिलेख जमा कराकर जांच की जा रही है। कई अन्य शिक्षकों को नोटिस जारी करने की तैयारी में विभाग जुटा है। जिले में रुद्रपुर, जसपुर, सितारगंज, बाजपुर आदि विकासखंड़ों के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के 16 उर्दू सहायक शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेख में फर्जीवाड़ा की शिकायतें आई हैं। इन शिक्षकों ने सहायक अध्यापक की नौकरी के लिए हाईस्कूल के समकक्ष अदिब, इंटरमीडिएट के समकक्ष अदिब ए माहिर और स्नातक के समकक्ष अदिब ए कामिल का अंकपत्र अन्य बोर्डों से या शैक्षिक संस्थानों का लगाया है। शिकायत मिली कि सहायक शिक्षक की नौकरी के लिए शिक्षकों के लगाए गए अंकपत्र विश्वविद्यालय अनुदान अधिनियम के स्थापित विवि की सूची में शामिल ही नहीं हैं। इसे लेकर बीते दिनों बेसिक शिक्षा विभाग ने इन सभी शिक्षकों को अपना पक्ष रखने के लिए जिला मुख्यालय मूल अभिलेख जमा करने के लिए नोटिस जारी किए। शिक्षकों ने विभाग में अपने मूल अभिलेख जमा कर दिए हैं। अब विभाग इनके गहन सत्यापन कराने में जुटा है।
फर्जी अभिलेख पर नौकरी करने वाले पांच हो चुके हैं बर्खास्त
ऊधमसिंह नगर में शैक्षिक अभिलेखों में हेराफेरी करने के अनगिनत मामले सामने आए हैं। अपने करीब डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में डीईओ हरेंद्र कुमार मिश्र ने पांच से अधिक शिक्षकों की बर्खास्तगी कर बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अब भी जांच प्रक्रिया चल रही हैं।डीईओ ने बीते 27 जनवरी को फर्जी बीएड प्रमाणपत्र के आधार पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय पंडरी सितारगंज के सहायक अध्यापक रामशब्द को सेवा से बर्खास्त कर दिया था। बीते फरवरी राजकीय प्राथमिक विद्यालय देवकली सितारगंज में प्रधानाध्यापक पद पर कार्यरत अतर सिंह और राजकीय प्राथमिक विद्यालय खेमपुर सितारगंज में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत कृष्ण पाल सिंह को फर्जी बेसिक टीचर सर्टिफिकेट (बीटीसी) की डिग्री पाए जाने पर सेवा से बर्खास्त कर दिया था। गिंदर पाल और अनिल कुमार को भी फर्जी शैक्षिक अभिलेखों के आधार पर बर्खास्त किया गया।
कोट
प्राथमिक स्कूलों में उर्दू सहायक अध्यापक पद पर 16 लोगों ने अदिब, अदिब ए माहिर और अदिब ए कामिल अंकपत्र के आधार पर नौकरी पाई है। पदोन्नति के लिए सभी शिक्षकों के आवेदन मांगे थे। इन 16 लोगों के शैक्षिक अभिलेखों के विरुद्ध शिकायतें मिली थीं। अब इसकी जांच कराई जा रही है। अभी तक जिनके प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई की गई है। – हरेंद्र कुमार मिश्र, डीईओ बेसिक







