राजेश सिंह उर्फ मंटू हत्याकांड का मुख्य आरोपी विवेक गोंड पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में घायल हो गया, जबकि दूसरा मृत्युंजय राजभर गिरफ्तार कर लिया गया। मुठभेड़ रानीपुर थाना के आसलपुर के पास पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम के साथ हुई। आरोपियों ने बीते 26 अक्टूबर की शाम पिरुआ गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर राजेश सिंह उर्फ मंटू की गोली मारकर हत्या की थी। दो दिन पहले ही पुलिस ने मंटू सिंह के आने-जाने की रेकी कर हत्या में मदद करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। दोनों बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि रानीपुर थाना के पिरुआ गांव निवासी राजेश यादव की पत्नी के साथ मंटू का अवैध संबंध था। हिस्ट्रीशीटर होने के चलते भय के कारण पति विरोध नहीं कर पाता था। महिला के पति राजेश यादव ने उन्हें हत्या की सुपारी दी थी।
पुलिस ने की कार्रवाई
सीओ मुहम्मदाबाद गोहना शीतला प्रसाद पांडेय ने बताया कि पुलिस और एसओजी की टीम इस मामले की जांच कर रही थी। मुखबिर की सूचना पर टीमें असलपुर गांव के पास पहुंची, दोनों बाइक आते दिखाई दिए, टीम ने घेराबंदी किया। विवेक ने तमंचा से फायरिंग की, जवाबी फायरिंग में उसके बाएं पैर में गोली लगी, जबकि अंधेरे का फायदा उठाकर भाग रहे दूसरे बदमाश मृत्युंजय राजभर को गिरफ्तार कर लिया गया। बताया कि विवेक रानीपुर थाने काझ का निवासी है, इसके ऊपर अपराध के चार मामले दर्ज हैं, जबकि थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव निवासी मृत्युंजय राजभर के ऊपर अलग अलग थानों में सात मामले दर्ज हैं।







