राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दिल्ली कार धमाके के मामले की जांच के लिए एक आंतरिक विशेष दल का गठन किया है। इस टीम का नेतृत्व सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (एसपी) और इससे ऊपर की रैंक के अधिकारी करेंगे। एक दिन पहले ही गृह मंत्रालय ने दिल्ली कार धमाके की जांच एनआईए को सौंप दी थी। तब खुफिया सूत्रों की तरफ से इसे आतंकी हमला मानते हुए यूएपीए की धाराओं में एफआईआर भी दर्ज हुई थीं। इसके बाद एजेंसी ने मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी थी। एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि एजेंसी अपनी जांच के तहत बाकी केंद्रीय और राज्य सुरक्षा इकाइयों के साथ सहयोग बढ़ा रही है। एनआईए की टीम कई पहलुओं की जांच करेगी, जिनमें यह भी शामिल है कि विस्फोट जानबूझकर किया गया या यह दुर्घटनावश हुआ।
अधिकारियों के मुताबिक, यह घटना उसी मॉड्यूल का हिस्सा प्रतीत होती है, जिसमें पहले एजेंसियों ने फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद कर एक बड़ी साजिश का खुलासा किया था एजेंसियों ने साफ किया है कि लाल किले के पास हुए विस्फोट का संबंध जम्मू-कश्मीर के नौगाम थाना क्षेत्र में आपत्तिजनक पोस्टर लगाने की घटना से जुड़ा है।एनआईए इस सिलसिले में मौलवी इरफान अहमद वाघाय (शोपियां) और जमीर अहमद (वकूरा, गांदरबल) की भूमिका की भी जांच करेगी। इन्हें 20 से 27 अक्तूबर 2025 के बीच गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा 8 नवंबर 2025 को अल-फलाह मेडिकल कॉलेज से हथियार, पिस्तौल और विस्फोटक सामग्री की बरामदगी भी इस जांच का हिस्सा है।







