देहरादून, सहसपुर | विश्व डायबिटीज दिवस के अवसर पर कॉर्पोरेट CSR ONGC और हिमालयन रिसोर्स मैनेजमेंट सेंटर (HRMC) ने सहसपुर ब्लॉक में एक भव्य एवं जनहितकारी कार्यक्रम—टाइप-1 डायबिटीज सेंसर किट वितरण एवं महिला स्वास्थ्य शिविर—का अद्भुत आयोजन किया।
यह पहल ग्रामीण समुदाय, विशेषकर महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को नई दिशा देने वाला अभूतपूर्व कदम साबित हुई।
पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी की प्रेरक उपस्थिति
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी ने पूरे आयोजन की सराहना करते हुए कहा—
“महिलाओं और बच्चों का स्वस्थ रहना ही किसी समाज की सबसे बड़ी ताकत है। नियमित जांच और जागरूकता से गंभीर बीमारियों को समय रहते रोकना संभव है।”
उन्होंने ONGC के सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना और HRMC के प्रयासों को ग्रामीण स्वास्थ्य के लिए अत्यंत प्रभावी व सराहनीय बताया।
विशिष्ट अतिथियों का मार्गदर्शन
इस अवसर पर कई प्रतिष्ठित हस्तियाँ उपस्थित रहीं— डॉ. सुषमा रावत, पूर्व निदेशक, ONGC, डॉ. जिज्ञासा, स्वास्थ्य विशेषज्ञ, डॉ. सेमवाल, निदेशक, HRMC, बीडीओ मुन्नी शाह इन सभी ने ग्रामीण समुदाय के लिए ऐसी स्वास्थ्य पहलों को बहुत बड़ी सेवा बताया।
400 से अधिक महिलाओं ने कराया स्वास्थ्य परीक्षण
शिविर में 400 से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया और विशेषज्ञ डॉक्टरों से विस्तृत परामर्श लिया।
स्वास्थ्य सत्रों में मुख्य रूप से— एनीमिया, PCOD, गर्भावस्था से जुड़े जोखिम, उच्च/निम्न रक्तचाप, महिलाओं का सामान्य पोषण पर विशेष जानकारी दी गई। यह सत्र महिलाओं के लिए जीवन-उपयोगी और जागरूकता बढ़ाने वाले साबित हुए।
टाइप-1 डायबिटीज पीड़ित बच्चों को बड़ा लाभ
कार्यक्रम का सबसे मानवीय पहलू था—टाइप-1 डायबिटीज से प्रभावित 25 बच्चों और युवाओं को आगामी 6 महीनों के लिए निरंतर ग्लूकोज मॉनिटरिंग वाली सेंसर किट प्रदान करना। इससे उनकी नियमित जांच आसान होगी और बीमारी को बेहतर तरीके से नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
ग्रामीण समुदाय का आभार और उत्साह
स्थानीय लोगों ने ONGC तथा HRMC के इस संयुक्त प्रयास का दिल से स्वागत किया।
महिलाओं का कहना था कि “ऐसा स्वास्थ्य शिविर पहली बार मिला है, जिसने हमारी तकलीफों को सच में समझा।”
यह कार्यक्रम सहसपुर क्षेत्र में स्वास्थ्य जागरूकता की नई मिसाल बन गया।







