गौलापार (नैनीताल)। उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ लिमिटेड के लाखनमंडी सहकारी समिति के मैदान में धान तुलाई के दौरान सोमवार को घटतौली पकड़े जाने पर बखेड़ा हो गया। धान तुलाई में किसानों को एक ट्रॉली में दस कट्टों तक की चपत लगाई जा रही थी। दोबारा तुलाई होने पर जब यह गड़बड़ी पकड़ी गई तो किसान भड़क गए और उन्होंने धान क्रय केंद्र बंद करवा दिया। किसानों की शिकायत पर सहकारी संघ ने धान तौल रहे मजदूरों को बदलने की बात कही है।उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ लिमिटेड की ओर से खरीद वितरण वर्ष 2025-26 के तहत लाखन मंडी सहकारी समिति के मैदान में धान की फसल की क्रय किया जा रहा है। सोमवार को तुलाई के दौरान कुछ किसानों को आशंका हुई कि तुलाई के कर रहे मजदूरों ने एक ट्रॉली में 10 कट्टे धान कम तोले हैं।
किसानों ने मजदूरों से दोबारा तुलाई करने को कहा गया तो उनकी आशंका सच साबित हुई और एक ट्रॉली में 10 कट्टे कम तुले मिले। इतनी बड़ी गड़बड़ सामने आने पर किसान भड़क गए और उन्होंने धान तौल का कार्य बंद करा दिया गया।किसान नंदन सिंह और जगत सिंह ने क्रय समिति पर आरोप लगाया कि धान में घटतौली कर किसानों को एक ट्रॉली में तकरीबन पांच क्विंटल की चपत लगाई जा रही है। इससे किसानों को तकरीबन 12 हजार रुपये का नुकसान हर ट्रॉली में उठाना पड़ रहा है। तुलाई बंद होने के बाद अन्य किसान क्रय केंद्र में पहुंचने के बाद अपनी ट्रॉली को घर वापस ले गए।किसानों की ओर धान खरीद में घटतौली होने की शिकायत मिली है। धान क्रय के तौल कार्य में मजदूर देने वाले ठेकेदार को तुरंत श्रमिकों को बदलने के लिए कहा गया है। मंगलवार को धान क्रय सही ढंग से करवाया जाएगा। – प्रेमा हरबोला, जिला प्रबंधक, यूसीएफ







