हल्द्वानी। कागजों में हेराफरी कर टैक्स चोरी कर रही कारोबारियों की पोल खुल गई। राज्य कर आयुक्त सोनिका के निर्देश पर अपर आयुक्त डीएस नबियाल और संयुक्त आयुक्त रोशनलाल ने छापेमारी कर टैक्स चोरी का खुलासा किया है। दोनों फर्मों से टीम ने 68 लाख से अधिक का कर जमा कराया।जांच के दौरान टीम ने रुद्रपुर स्थित उद्योग परिसर में पहुंचकर खरीद-बिक्री विवरण, कर चालान, ई-वे बिलों आदि अभिलेखों का गहन निरीक्षण किया। खरीद-बिक्री विवरण और ई-वे बिल से मिलान सही नहीं पाया गया।प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि फर्म ने अनुचित तरीके से कर दावा प्रस्तुत किया था। पूछताछ में व्यापारी ने विभाग की ओर से प्रस्तुत तथ्यों को स्वीकार किया और मौके पर ही 51 लाख रुपये जमा कराए। शेष धनराशि शीघ्र ही जमा करने की हिदायत दी गई।
इसी क्रम में विशेष अनुसंधान शाखा टीम ने रामनगर के एक रिजॉर्ट पर कार्रवाई की। रिजॉर्ट संचालक लगातार ऑफलाइन बुकिंग ली जा रही थीं और नियमित संचालन किया जा रहा था। छापेमारी के दौरान टीम को ऑनलाइन बुकिंग पोर्टल डाटा, भुगतान रसीदें, एकाउंट बुक और रजिस्टरों में दर्ज विवरण से यह स्पष्ट मिला कि अप्रैल से अब तक रिजॉर्ट संचालक की ओर से लाखों का काम किया गया है। मामला फंसता देख रिजॉर्ट संचालक ने तत्काल 17 लाख 42 हजार 674 रुपए का कर जमा कर दिया।इस कार्रवाई में विशेष अुनसंधान शाखा उपायुक्त हेमलता शुक्ला, सहायक आयुक्त दीपक कुमार, उज्ज्वल डालाकोटी, सूरज सिंह राज्य कर अधिकारी रामरहेश सिंह, आकाश और राज्य कर निरीक्षक पंकज आर्या टीम में शामिल रहे। संयुक्त आयुक्त रोशन लाल ने बताया इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।







