हल्द्वानी। हल्द्वानी कोतवाली क्षेत्र निवासी किशोरी (16) बृहस्पतिवार को अचानक घर से कही चली गईं। मां परेशान हो गई। हल्द्वानी कोतवाली पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी। किशोरी का मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा था। पुलिस ने इसकी कॉल डिटेल भी निकाल ली। शुक्रवार को पुलिस कंट्रोल रूम में इमरजेंसी कॉल आई। यह उत्तराखंड पुलिस एप के एसओएस बटन (संकट में मदद) दबाने से हुई थी। पुलिस टीम ने किशोरी से कॉल पर बात की तो वह घबराई थी। कहा कि एक सिख युवक ने उसका अपहरण कर लिया है। वह उसके चंगुल से छूट कर भाग गई है, उसकी लोकेशन अलीगढ़ है। कंट्रोल रूम से यह जानकारी हल्द्वानी पुलिस को दी गई। यहां से पुलिस टीम अलीगढ़ पहुंची और किशोरी के बयान लेकर उसे हल्द्वानी में चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश किया गया। काउंसिलिंग में किशोरी ने पूरी कहानी बताई। पुलिस के मुताबिक किशोरी ने कहा कि इंस्टाग्राम के जरिये उसकी बातचीत अलीगढ़ शहर के एक नाबालिग लड़के से हुई। उससे ही मिलने गई थी।
अगली सुबह वह डर गई कि घर वालों को क्या जवाब देगी। इसके लिए उसने झूठी कहानी रची। उधर किशोरी के गायब होने पर संपत्ति विवाद में मां ने गायब कराने का शक रिश्तेदार पर जाहिर किया था। बालिका के मिलने के बाद मामले का भी पटाक्षेप हो गया। एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने बताया कि नाबालिग को बरामद कर लिया गया है। नियमानुसार मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। शहर से बृहस्पतिवार को एक किशोरी लापता हो गई। गुमशुदगी दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी। इमरजेंसी कॉल के आधार पर हल्द्वानी पुलिस ने उसे अलीगढ़ से बरामद कर सीडब्ल्यूसी में पेश किया। शुक्रवार को काउंसिलिंग में सामने आया कि किशोरी इंस्टाग्राम के जरिए बने अपने नाबालिग दोस्त से मिलने अलीगढ़ चली गई थी। अपहरण की कहानी फर्जी थी। किशोरी के कोर्ट में बयान के आधार पर पुलिस कार्रवाई करेगी।







