ऋषिकेश। चारधाम यात्रा के दौरान सात महीनों में डिस्पेंसरी की ओपीडी में 28,646 तीर्थयात्री पहुंचे। ट्रांजिट कैंप में स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉक्टरों, स्टॉफ नर्स और अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। गंभीर हालत वाले तीर्थयात्रियों को राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश रेफर किया गया था, जहां पर उनका उपचार किया गया। 30 अप्रैल 2025 को अक्षय तृतीया पर गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के बाद चारधाम यात्रा की शुरुआत हुई थी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 24 अप्रैल से ट्रांजिट कैंप में डिस्पेंसरी शुरू की गई थी। इसमें तीन शिफ्टों में डॉक्टरों, फार्मासिस्टों और स्टाफ नर्सों की ड्यूटी लगाई गई थी। राजकीय चिकित्सालय में अलग-अलग कॉलेजों से प्रशिक्षण के लिए आने वाले छात्र छात्राओं की ओर से भी ड्यूटी दी गई थी। डिस्पेंसरी के प्रभारी डॉ. अमित बहुगुणा ने बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान 24 घंटे डिस्पेंसरी खुली रही। इस दौरान 28,646 तीर्थयात्री ओपीडी में पहुंचे। गंभीर बीमारी वाले यात्रियों को राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में रेफर किया गया था। आज मंगलवार को ओपीडी बंद होगी।
सात माह में 28,646 तीर्थयात्री ट्रांजिट कैंप की डिस्पेंसरी की ओपीडी में पहुंचे
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