चौरीचौरा थाना क्षेत्र के दुबियारी पुल के पास रविवार रात पकड़े गए कंटेनर की विशेष कैविटी (केबिन) से एसटीएफ गोरखपुर ने 6.35 क्विंटल गांजा बरामद किया। साथ ही टीम ने पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है।उनकी पहचान चालक सुनील राय निवासी पश्चिमी चंपारण बिहार, जितेंद्र यादव व राजू यादव निवासी मोतिहारी बिहार, नेपाल के नवराज कुलश्रेष्ठ और बिहार निवासी राजन तिवारी के रूप में हुई। सभी आरोपियों को चौरीचौरा थाने की पुलिस को सौंपा गया है। आरोपी नेपाल से गांजा लेकर बिहार जा रहे थे।मुखबिर की सूचना पर रविवार को एसटीएफ गोरखपुर यूनिट ने सोनौली बॉर्डर से कंटेनर का पीछा करना शुरू किया। लगभग 100 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद शाम को चौरीचौरा में घेराबंदी कर कंटेनर और उसके साथ चल रही एक स्कार्पियो को रोक लिया। तलाशी में कंटेनर के केबिन के ऊपर हुड के नीचे बने विशेष प्रकार की केबिन बनाई गई थी।
इसमें 41 पैकेटों में भरा 635.5 किलो गांजा मिला। स्कार्पियो से भी कुछ मात्रा में गांजा, एक नेपाल का नंबर प्लेट, सात मोबाइल, तीन ड्राइविंग लाइसेंस, भारतीय व नेपाली मुद्रा और पैन कार्ड बरामद हुआ। गांजे की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग डेढ़ करोड़ रुपये आंकी गई है।एसटीएफ प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह के अनुसार, मुखबिर से सूचना मिली थी कि नेपाल से भारी मात्रा में गांजा लेकर एक कंटेनर बिहार की ओर जा रहा है। सूचना मिलते ही एसटीएफ टीम सक्रिय हुई और कंटेनर की तलाश में सोनौली बॉर्डर से ही निगरानी शुरू कर दी।चौरीचौरा के दुबियारी पुल के पास पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त अभियान चलाकर कंटेनर को रोक लिया। उसके पीछे चल रही स्कार्पियो को भी कब्जे में ले लिया। बरामद गांजा नेपाल से बिहार ले जाया जा रहा था। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं।जिसके आधार पर एसटीएफ इस गिरोह के अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है। बरामद गांजा को नारकोटिक्स विभाग को सौंप दिया गया है। कंटेनर और स्कार्पियो कब्जे में लेकर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
नेपाल से लेकर बिहार तक है आरोपी जितेंद्र यादव का नेटवर्क
पूछताछ में मुख्य सरगना जितेंद्र यादव ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि यह खेप उसने नेपाल निवासी अच्छेलाल यादव के साथ मिलकर मंगवाई थी। अच्छेलाल और नवराज ने नेपाल के मुगलिंग में गांजा कंटेनर की कैविटी में भरवाया।सोनौली बॉर्डर पार कर ट्रक को बिहार भेजने की तैयारी थी। इससे पहले एसटीएफ ने दबोच लिया। गिरोह कई वर्षों से नेपाल, रक्सौल, सिवान, हाजीपुर रूट पर बड़े पैमाने पर गांजा तस्करी कर रहा था।
गोरखपुर पहुंचने पर दो पैकेट गांजा स्कार्पियो में रखा था सरगना
सरगना ने पूछताछ में बताया कि गोरखपुर पहुंचने पर दो पैकेट गांजा स्कार्पियो में अलग कर दिया था। उसे देवरिया में स्थानीय एजेंट को देना था। इसके बाद दोनों वाहन देवरिया गुठनी होते हुए सिवान पहुंचने वाले थे, जहां से माल छोटे सप्लायरों को बांटा जाता था। इसके एवज में उनसे मोटी रकम ली जाती थी।यह बरामदगी पूर्वांचल में हाल के वर्षों की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों को एनसीबी गोरखपुर टीम को सौंपकर आगे की विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। गिरोह के अन्य गुर्गों व नेपाल में सक्रिय सप्लायरों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है – सत्यप्रकाश सिंह, एसटीएफ इंस्पेक्टर गोरखपुर यूनिट







