हल्द्वानी/नैनीताल। दिल्ली से पहुंचे ज्ञानी सतपाल सिंह ने कीर्तनों की प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि गुरु तेग बहादुर ने धर्म और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया। हेड ग्रंथी ज्ञानी ठाकुर सिंह ने जगत कल्याण की अरदास की। इस मौके पर विशाल लंगर भी संगत में चला। गुरु तेग बहादुर साहिब का 350 वां शहीदी पर्व श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया गया। गुरुद्वारा श्री गुरु नानकपुरा में विशेष धार्मिक दीवान सजा और कथावाचक गुरसेवक सिंह और ज्ञानी गुरबाज सिंह आजाद ने गुरु तेग बहादुर साहिब की जीवनी पर प्रकाश डाला।सुखमणि सोसाइटी के सदस्यों ने जोड़ों की सेवा की और सिख मिशनरी काॅलेज की ओर से शिक्षा का लंगर लगाया गया। सनातन मेडिकोज ने निशुल्क स्वास्थ्य सेवा दी। गुरुद्वारे के स्टेज सेक्रेटरी अमरजीत सिंह आनंद, प्रबंधक कमेटी के मुख्य सेवादार हरजीत सिंह सच्चर और महासचिव जसपाल सिंह कोहली ने सभी का आभार जताया।
हल्द्वानी सिख फेडरेशन के ब्लड डोनेशन कैंप के गुरप्रीत सिंह प्रिंस को गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सम्मानित किया। कार्यक्रम में हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश, ललित जोशी, डॉ. परमजीत सिंह, रिंकल चंडोक, अमरजीत सिंह, जसपाल सिंह कोहली, प्रवक्ता हरजीत सिंह चड्ढा, बलजीत कौर, जसबीर कौर चंडोक, सतवंत कौर, सुरेंद्र कौर, सतपाल सिंह गुजराल, दिलप्रीत सिंह आदि मौजूद रहे। नैनीताल में गुरुद्वारा गुरुसिंह सभा की ओर से श्री गुरुतेग बहादुर को याद किया गया। मंगलवार सुबह गुरुद्वारे में अरदास के बाद चाय का लंगर लगाया गया। इस मौके पर सभा के अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह आनंद, अमरप्रीत सिंह, संदीप सिंह, जसमीत सिंह, जसकरण सिंह, गगन दीप सिंह, सतनाम सिंह आदि रहे।







