भाजपा ने कांग्रेस की रैली पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जनता ने तो कांग्रेस को वोट चोरी पर ही 2014 से गद्दी छोड़ने पर मजबूर किया है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने दिल्ली जाने पर बाध्य कांग्रेसियों से सहानुभूति जताते हुए कहा कि उनकी सुप्रीमो सोनिया गांधी पर तो वोट चोरी का ताजा मामला न्यायालय में आया है।भट्ट ने कहा कि यह रैली अपने युवराज को गलत मुद्दे पर सही ठहराने की कांग्रेसी कोशिश है। जनता, आजादी से पहले से ही नेहरू, इंदिरा, राजीव, मनमोहन तक कांग्रेस पार्टी की वोट चोरी ही नहीं डकैती भी भुगतती आई है। लिहाजा जैसे-जैसे चुनाव प्रक्रिया में सुधार हुआ, नई तकनीकें आईं, कांग्रेस को बहुमत मिलना समाप्त हो गया था।आखिरकार जनता की अदालत ने कांग्रेस पार्टी को वोट चोरी के इल्जाम में ही 2014 से ही गद्दी छोड़ने पर मजबूर किया हुआ है। जो आज एसआईआर जैसी संवैधानिक प्रक्रिया पर वोट चोरी के आरोप लगा रहे हैं, उनकी सरकारों में ही आठ बार यह मतदाता सूची में सुधार की प्रक्रिया संपन्न हुई है।
मतदाता सूची में घुसपैठियों की पैरवी
भट्ट ने दिल्ली कोर्ट में शुरू हुए वोट चोरी के केस का जिक्र करते हुए कहा कि सोनिया गांधी 1983 में देश की नागरिक बनने से पहले ही मतदाता बनकर वोट डाल रही थी। इससे बड़ा वोट चोरी का प्रकरण और क्या हो सकता है। इनके नेता घर से वोटर कार्ड बनाते पकड़े जाते हैं। पार्टी खुलेआम मतदाता सूची में घुसपैठियों की पैरवी करती है। चुनाव आयोग को सबूत नहीं दे सकते, उस पर सीनाजोरी ये कि वोट चोर गद्दी छोड़ पर राजनीति कर रहे हैं। कहा, आज देश पीएम मोदी और प्रदेश सीएम धामी के नेतृत्व में विकसित होने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।







