रुद्रपुर। दिल्ली क्राइम ब्रांच की फर्जी अधिकारी बनी महिला ने 80 वर्षीय बुजुर्ग को दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट किया। आधार कार्ड का दुरुपयोग व मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाकर महिला ने बुजुर्ग से 20 लाख रुपये हड़प लिए। साइबर थाना पुलिस ने प्राथमिकी कर मामले की विवेचना शुरू कर दी है। हल्द्वानी के मुखानी क्षेत्र निवासी धन सिंह ने पुलिस को बताया कि सात दिसंबर को 12 बजे उनके व्हाट्सएप पर एक महिला का फोन आया। उसने अपना नाम सुनीता कुमारी बताया और कहा कि वह क्राइम ब्रांच दरियागंज नई दिल्ली से बोल रही है। बताया कि तुम्हारे आधार कार्ड का दुरुपयोग हो रहा है और दिल्ली के एक बैंक में एक खाता खोला गया है जिससे मनी लॉन्ड्रिंग की जा रही है। महिला ने कहा कि उनकी टीम बैंक में धनराशि की जांच कर रही है और जांच पूरी होने के बाद रकम लौटा दी जाएगी। यह कहकर महिला ने उन्हें दो दिन कमरे में डिजिटल अरेस्ट किया और नौ दिसंबर को बैंक में जाकर उन्होंने महिला के बताए खाते में 20 लाख रुपये आरटीजीएस कर दिए।साइबर थाना प्रभारी अरुण कुमार ने बताया कि अज्ञात ठग पर धोखाधड़ी की धारा में प्राथमिकी कर ली गई है। बैंक खाता व कॉल डिटेल के माध्यम से ठग की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।
पारिवारिक शादी छोड़ डिजिटल अरेस्ट रहे बुजुर्ग
बुजुर्ग का कहना है कि सात दिसंबर को उन्हें रामनगर के एक गांव में पारिवारिक शादी में शामिल होना था। दिन में महिला ठग का फोन आया तो वह शादी में नहीं जा पाए और दो दिन तक कमरे में बंद रहे। महिला ने उन्हें गिरफ्तार करने जैसा डर दिखाया। नौ दिसंबर को 20 लाख रुपये ठग को देने के बाद वह शादी में गए। परिजनों ने पूछा तो उन्होंने ठगी होने के बारे में बताया। इसकी सूचना 1930 नंबर पर देने के बाद वह रुद्रपुर पहुंचे। मुखानी थाने में भी यह शिकायत की।
दो फिक्स डिपॉजिट तुड़वाकर ठग को दिए रुपये
बुजुर्ग ने पुलिस को बताया कि आठ दिसंबर को वह कुसुमखेड़ा बैंक शाखा में गए। बैंक से दो फिक्स डिपॉजिट तुड़वाकर अपने बचत खाता में स्थानांतरित करा दी। ठग महिला ने वीडियो कॉल से आईसीआईसीआई बैंक का खाता दिया जो डॉ. संजय बजारे के नाम पर था। इसी खाते में उन्होंने 20 लाख रुपये आरटीजीएस किए।







