रामनगर। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) जल्द ही ढेला रेंज में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस फायर क्रू स्टेशन स्थापित करने जा रहा है। फायर क्रू स्टेशन बनने के बाद वनाग्नि की घटनाओं पर तुरंत काबू पाया जा सकेगा। कॉर्बेट पार्क के विभिन्न रेंजों में अक्सर वनाग्नि की घटनाएं होती हैं। हर वर्ष रोकथाम के लिए पार्क प्रशासन की ओर से फायर लाइन बनाने, सूखे पत्ते और झाड़ियां साफ करने समेत लोगों को जागरूक किया जाता है। बावजूद घटनाएं कम नहीं हो रही हैं। इन घटनाओं में नुकसान कम करने के लिए ढेला रेज की बबलिया चौकी पर फायर क्रू स्टेशन बनाने का निर्णय लिया है। इसमें क्विक रिस्पांस टीम के साथ निगरानी कक्ष समेत कई सविधाएं होंगी।
इन सुविधाओं से लैस होगा क्रू स्टेशन
फायर क्रू स्टेशन में फायर उपकरणों के साथ ही चार फायर क्विक रिंपास कर्मी तैनात रहेंगे। कंप्यूटर रूम भी बनाया जाएगा। इसमें फायर इंडेक्स व फायर मैपिंग की जानकारी होगी। किसी भी क्षेत्र में आग की घटना होते ही क्रू स्टेशन की जानकारी मिलेगी। इसके बाद संबंधित चौकी को इसकी जानकारी दी जाएगी। सीटीआर प्रशासन के अनुसार, कॉर्बेट में ढेला व कालागढ़ का क्षेत्र सबसे अधिक संवेदनशील हैं। इस क्षेत्र में वनाग्नि की सबसे ज्यादा घटनाएं होती हैं।कॉर्बेट में फायर क्रू स्टेशन बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। शासन की ओर से बबलिया चोकी में फायर क्रू स्टेशन को स्थापित करने के लिए तीन लाख रुपये का बजट भी स्वीकृत हो गया है। जल्द ही क्रू स्टेशन को स्थापित करने का कार्य किया जाएगा। – डॉ. साकेत बडोला, निदेशक, सीटीआर







