रेहड़ी-पटरी व्यापारियों को अलग जगह उपलब्ध कराने का मुद्दा एक बार फिर गर्मा गया है। कुछ पटरी व्यवसायियों का आरोप लगाया है कि टीवीसी कमेटी की ओर से चिह्नीकरण की प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से नहीं किया गया है। कमेटी ने छह महीन पहले से पटरी लगाने वाले को पात्र बना दिया, जबकि बीस-बीस साल से पटरी लगाने वाले लोगों को लिस्ट से हटा दिया गया है। उन्होंने चिह्नीकरण प्रक्रिया में भेदभाव का आराप लगाते हुए अंबेडकर चौक से शहीद स्थल तक रैली निकाली और सभा की। इसमें पूर्व पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता और कांग्रेस नेता सोनिया आनंद पहुंचीं और पटरी व्यापारियों को अपना समर्थन दिया। पटरी व्यापारी सरोज उनियाल ने कहा कि पटरी मालरोड के बाहर नहीं लगाएंगे। यह पहली पालिकाध्यक्ष हैं जो गरीबों के साथ अन्याय कर रही हैं। बड़े और रसूखदार लोगों के स्थायी अतिक्रमण को क्यों नहीं हटाया जाता है। सिर्फ गरीबों पर अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जाता है।
पटरी व्यापारी वीरेंद्र पंवार ने कहा कि चिह्नीकरण की लिस्ट से कई लोगों को बाहर किया गया है। प्रशासन के साथ मिलकर टीवीसी कमेटी के सदस्यों ने गलत जानकारी देकर चिह्नीकरण में भेदभाव किया है। समिति के अध्यक्ष रामकिशन राही ने कहा कि टीवीसी कमेटी में कई लोग ऐसे बैठे हैं जो खुद गलत हैं। उन्होंने टीवीसी कमेटी को भंग कर नई कमेटी बनाने की मांग की। इस मौके पर गोविंद नौटियाल, संजय टम्टा, मधु, गीता जोशी आदि मौजूद रहे। पूर्व पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने चुनाव में वादा किया था कि पटरी व्यापारियों के लिए वेंडर जोन बनाया जाएगा, लेकिन एक साल होने जा रहा है अभी तक एक इंच भी काम नहीं हुआ है। कांग्रेस नेता सोनिया आनंद ने कहा कि पटरी व्यापारियों की समस्या को पालिकाध्यक्ष और एसडीएम को गंभीरता से सुनना चाहिए। उन्होने तंज कसते हुए कहा कि आखिर पालिका को कौन चला रहा है। क्या किसी और के आदेश या निर्देश पर पालिका चल रही है। पालिकाध्यक्ष समस्या के निस्तारण करने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई हैं।







