जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभागार में मंगलवार दोपहर करीब एक बजे जिला पंचायत की बोर्ड की बैठक हुई। दो घंटे चली बैठक हंगामेदार रही। पंचायत सदस्यों ने आरोप लगाया कि अफसर नियमानुसार काम नहीं करते हैं। पिछली बैठक में उठाए गए किसी भी मुद्दे पर गंभीरता नहीं दिखाई गई और कोई काम नहीं हुआ। पंचायत सदस्यों ने सबसे ज्यादा नाराजगी जल निगम की ओर से निर्मित पानी की टंकियों और पाइपलाइन व्यवस्था पर दिखाई। सदस्यों का कहना था कि जल जीवन मिशन के तहत गांवों में पाइपलाइन बिछाने का कार्य तो किया गया, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते कई स्थानों पर पाइपलाइन ब्लॉक हो गई है। इससे योजनाओं के बाद भी ग्रामीणों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है।
सेवापुरी के सेक्टर तीन से जिला पंचायत सदस्य अमन सिंह रजत ने बताया कि पिछली बैठक में जलालपुर बड़ौदा में जल निगम की पानी की टंकी बनी हुई है। एक वर्ष से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी पानी नहीं पहुंच रहा। बैठक में फिर अधिकारियों से जब उस कार्य के लिए पूछा गया तो वह बोले अभी उस पर कार्य हो रहा है और बजट नहीं है। शासन से सरकार से बजट नहीं आ रहा है। ग्राम सभा देईपुर में पानी की बहुत बड़ी समस्या है। इससे राजकीय विद्यालय के बच्चे व प्राथमिक विद्यालय के बच्चे पानी के परेशान हो रहे हैं लेकिन न अधिकारी का और न विभाग का ध्यान समस्याओं पर जा रहा है। इतनी ठंड में लोग दूर दराज से कंटेनर लेकर पानी ले रहे हैं।सेवापुरी के ही सदस्य ने बिजली विभाग की ओर से ओटीसी का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि एक किलोवाट के लोगों को यह लाभ नहीं मिल रहा न ही इसमे बुनकरों के लिए कोई विशेष योजना है। जबकि उनके क्षेत्र में बुनकर बहुतायत में हैं। सेवापुरी के ही सेक्टर नंबर एक से स्वाति सिंह ने भी अधिकारियों की उदासीनता की बात कही। सदस्यों ने संबंधित विभागों से जल्द सुधारात्मक कार्रवाई की मांग की। जिला पंचायत अध्यक्ष ने अफसरों के पिछली बैठक में उठाए मुद्दों पर क्या काम हुआ इसकी रिपोर्ट मांगी। कहा कि इस बार उठाए गए मुद्दों पर गंभीरता से काम हो।







