Sunday, September 21, 2025
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फलसीमा के ग्रामीणों ने एसएसपी कार्यालय में हंगामा काटा

अल्मोड़ा। फलसीमा के एक युवक (टैक्सी चालक) के साथ हुई मारपीट और लूट के मामले में ग्रामीणों ने पुलिस पर मामला दबाने का आरोप लगाते हुए एसएसपी कार्यालय पहुंचकर हंगामा काटा। उन्होंने आरोप लगाया कि कई लोगों ने युवक को जान से मारने की कोशिश की और उसे गधेरे में फेंक मरा समझकर फरार हो गए। उससे 20 हजार रुपये भी लूट लिए लेकिन पुलिस ने सिर्फ मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया है। कहा पीड़ित हल्द्वानी के एक अस्पताल में जीवन और मौत से संघर्ष कर रहा है। बृहस्पतिवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचे फलसीमा के ग्रामीणों ने कहा कि टैक्सी संचालन करने वाले गांव के एक युवक सूरज बिष्ट (28) को कुछ युवकों ने मंगलवार को फोन कर नगर के पास विरौड़ा बुलाया और उसके साथ मारपीट की। लात-घूंसो से उसकी जमकर पिटाई की और टैक्सी का काम कराने के लिए साथ ले गए 20,000 रुपये भी लूट लिए। उस पर पत्थर और हथौड़े से भी वार किया गया। जब उसने किसी तरह घटना की सूचना अपने फोन से ग्रामीण को दी तो इसी बीच आरोपियों ने हत्या करने के इरादे से उसे गधेरे में फेंक दिया और मौके से फरार हो गए।

जब उसकी मां ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंची तो वह बेहोशी की हालत में मिला। उसे जिला अस्पताल के बाद बेस अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए हल्द्वानी रेफर कर दिया। पीड़ित की मां चंपा देवी ने पुलिस में तहरीर दी, लेकिन आरोपियों नंदन सिंह, कुंदन सिंह सहित अन्य के खिलाफ सिर्फ मारपीट का केस दर्ज कर मामले को दबाने की कोशिश की गई। कहा कि युवक जीवन और मौत से संघर्ष कर रहा है, लेकिन मेडिकल के आधार पर भी पुलिस ने उचित कार्रवाई नहीं की और आरोपियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। ग्रामीणों ने आरोपियों पर हत्या के प्रयास और लूट केस दर्ज कर उनकी जल्द गिरफ्तारी की मांग की। चेतावनी देते हुए कहा ऐसा नहीं हुआ तो वे एसएसपी कार्यालय के बाहर धरना शुरू कर देंगे। वहां पर प्रधान जसवंत सिंह, पीड़ित की मां चंपा देवी, मनोज बिष्ट, दीपक बिष्ट, दीपा देवी, गीता, हेमा, लीला, निर्मला, दुर्गा सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।

एसएसपी का इंतजार करते रहे ग्रामीण, लौटे बैरंग
अल्मोड़ा। फलसीमा के ग्रामीण एसएसपी से न्याय की गुहार लगाने उनके कार्यालय पहुंचे। घंटों एसएसपी के पहुंचने का इंतजार करते रहे, लेकिन वीवीआईपी ड्यूटी में जाने के चलते वह कार्यालय नहीं पहुंच सके। हैरानी है कि सीओ भी उनकी फरियाद सुनने मौके पर नहीं पहुंचे। ऐसे में ग्रामीणों को बैरंग लौटना पड़ा। ग्रामीणों ने कहा कि यदि आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो वे फिर से एसएसपी कार्यालय पहुंचेंगे और धरना देंगे।

कोट- मामले में केस दर्ज किया गया है। जांच चल रही है। मेडिकल और साक्ष्य के आधार पर धाराएं बढ़ाई जा सकती हैं। आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई होगी। -देवेंद्र पींचा, एसएसपी, अल्मोड़ा।

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