गरुड़ (बागेश्वर)। गोमती नदी में रीवर ट्रेनिंग को अवैध बताकर पांच गांवों के ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय के सामने धरना- प्रदर्शन किया। इस संबंध में ग्रामीणों ने एसडीएम की गैर मौजूदगी में कानूनगो को ज्ञापन सौंपा। गोमती नदी में डंपरों के आवागमन से पानी प्रदूषित होने से आक्रोशित तैलीहाट, माल्दे, सिटोली, अकुणाई, सेटीहाट, नौघर, कज्यूली गांव के लोग मंगलवार को एसडीएम कार्यालय पहुंचे। ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय के सामने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने नदी में खनन पर पाबंदी लगाने की पुरजोर मांग की। एसडीएम कार्यालय के सामने हुई सभा में वक्ताओं ने कहा गोमती नदी में खनन से नदी का पानी प्रदूषित हो गया है। गोमती से निकलने वाली नदियां सूख गई हैं। इस स्थिति को देखते खनन पर तत्काल पाबंदी लगाई जाए। बाद में एसडीएम और तहसीलदार के मुख्यालय में मौजूद न होने पर ग्रामीणों ने कानूनगो को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान दयाल सिंह काला, पूरन रावत, नन्दन सिंह मेहरा, सुनील दोसाद, कैलाश मेहरा, माल्दे के ग्राम प्रधान शंकर सिंह अल्मिया, किशन सिंह भसौड़ा, गोपाल सिंह आदि मौजूद रहे।
गोमती नदी में खनन पर पाबंदी लगाने की मांग पर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
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