हल्द्वानी। पुलिस की ओर से मोबाइल नंबर का सत्यापन नहीं होने के कारण हल्द्वानी उप करागार में बंद दूसरे जिले के 60 बंदियों की अपने परिजनों से बात नहीं हो पा रही है। जेल प्रशासन का नियम है कि जब तक कैदी और बंदी की ओर से दिए नंबर का पुलिस वेरीफिकेशन नहीं होता है, तब तक जेल प्रशासन उनकी फोन पर बात नहीं कराता है। हल्द्वानी में बंद दूसरे जिले या राज्यों के बंदियों से परिजन लगातार मिलने नहीं आ पाते हैं। बंदी को घरवालों की खैरियत पूछनी हो या घरवालों को उसका हालचाल जानने लिए फोन एक माध्यम रहता है।
बंदी को उसके घर पर बात कराने के लिए दिए जाने वाले मोबाइल नंबर का पुलिस सत्यापन होना जरूरी है ताकि गैरकानूनी गतिविधि न होने पाए। मार्च 2024 में हल्द्वानी जेल प्रशासन ने करीब 60 मोबाइल नंबरों की सूची भेजी थी। इस प्रक्रिया को छह महीने बीत चुके हैं लेकिन अब तक पुलिस इन नंबरों का सत्यापन नहीं करा पाई है। जेल प्रशासन इसके लिए अप्रैल और जून में दो बार पत्र लिख चुका है। जेल अधीक्षक प्रमोद पांडे ने बताया कि नंबरों के सत्यापन के लिए पुलिस को तीसरा पत्र भेजा जा रहा है।