देहरादून। राजधानी देहरादून आईएसबीटी में बीते दिन हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले के बाद पुलिस एक्शन में है। पुलिस ने इस मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हो। इसके बाद पुलिस ने देहरादून आईएसबीटी परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया है। आईएसबीटी में पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही ही देहरादून के दूसरे भीड़भाड़ वाले इलाकों पर भी पुलिस की पैनी नजर है। पुलिस ने ऐसे इलाकों में चौकसी बढ़ा दी है।
क्या था मामला? 12 अगस्त की देर यानी 13 अगस्त की सुबह करीब 2 बजे आईएसबीटी में तैनात सुरक्षाकर्मी की सूचना पर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की टीम ने बदहवास हालत में मिली किशोरी को मौके से रेस्क्यू किया था। कमेटी ने किशोरी की काउंसलिंग कराई, जिसके बाद घटना का खुलासा हुआ। जिस पर सीडब्ल्यूसी की टीम ने कल यानी शनिवार 17 अगस्त को आईएसबीटी चौकी पर मुकदमा दर्ज कराया। उत्तराखंड के देहरादून में दिल दहला देने वाली इस घटना को अंजाम देने वाले पांचों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने सभी आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की। जिसके बाद सभी के खिलाफ पॉक्सो में मुकदमा दर्ज किया गया है।
देहरादून गैंगरेप के पांच आरोपी
पहला आरोपी रवि कुमार(34) निवासी नवाबगंज फर्रुखाबाद यूपी है। रवि कुमार सरकारी ड्राइवर है।
दूसरा आरोपी धर्मेंद्र कुमार है, जो अनुबंधित ड्राइवर है. धर्मेंद्र कुमार हरिद्वार के बुग्गावाला का रहने वाल है।
तीसरा आरोपी एक कंडेक्टर है। जिसकी पहचान देवेंद्र कुमार( 52) के रूप में हुई है। देवेंद्र भगवानपुर हरिद्वार का रहने वाला है।
चौथे आरोपी की पहचान राजपाल(57) के रूप में हुई है। राजपाल भी अनुबंधित ड्राइवर है।
पांचवें आरोपी की पहचान राजेश कुमार के रूप में हुई है। राजेश कुमार डिपो का कैशियर है।