रुद्रपुर। रक्षाबंधन पर भाई की कलाई में राखी बांधने से पूर्व महिलाओं को बसों में सीट के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी। सीट कब्जाने के लिए यात्री बच्चों और सामान को खिड़की के रास्ते धकेलते नजर आए। सोमवार सुबह से ही रोडवेज स्टेशन पर यात्रियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। सुबह करीब 10 बजे बाद स्टेशन पर यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी। काशीपुर, हल्द्वानी, टनकपुर, बरेली, बहेड़ी जाने वालीं बसों में सीट पाने के लिए यात्रियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। स्टेशन में बस आते ही यात्री सीट पर कब्जा करने के लिए धक्कामुक्की कर रहे थे। यात्रियों की संख्या को देखते हुए डिपो प्रबंधन ने विभिन्न रूटों पर 45 अतिरिक्त बसें चलाई। काशीपुर, टनकपुर व हल्द्वानी के लिए 25, बरेली के लिए 15 और पीलीभीत के पूरनपुर के लिए पांच अतिरिक्त बसें चलाई गईं। बसों के दो-दो फेरे लगवाए गए। सोमवार रात 12 बजे तक बहनों को निशुल्क यात्रा का लाभ दिया गया। बस अड्डे पहुंचे सभी यात्रियों को बस सेवा का लाभ दिया गया। – केएस राणा, सहायक महाप्रबंधक, रुद्रपुर डिपो
रुद्रपुर मार्ग पर बहनों की रही भीड़, दिल्ली मार्ग से कटी बस
काशीपुर। रक्षाबंधन पर्व पर महिलाओं के लिए निशुल्क यात्रा की शुरुआत रविवार रात 12 बजे से शुरु हो गई। रुद्रपुर और टनकपुर मार्ग पर ही महिला यात्रियों की संख्या अधिक रही। हल्द्वानी मार्ग पर भी महिलाओं के भीड़ देखी गई। पीआडी जवान भी पूरे बस स्टैंड परिसर में घूमकर गश्त करते दिखाई दिए। दोपहर बाद महिलाओं की संख्या अधिक होने के कारण रोडवेज डिपो प्रशासन ने दिल्ली रूट की बस को रुद्रपुर और टनकपुर मार्ग पर लगाया। काशीपुर डिपो के वरिष्ठ केंद्र प्रभारी हरेंद्र सिंह नितवाल ने बताया कि सोमवार को हल्द्वानी, रुद्रपुर, टनकपुर मार्ग पर ही सवारियां अधिक रहीं। इन मार्गां पर रोजाना छह बसें चलती हैं। भीड़ अधिक देखते हुए डिपो प्रशासन ने दिल्ली मार्ग की एक बस काटकर रुद्रपुर मार्ग पर चलवाई और कुछ बसों के फेरे अतिरिक्त लगवाए।