लगातार हो रही बारिश से मसूरी के आसपास की कई सड़कों में मलबा आने से घंटों यातायात बाधित रहा। देहरादून-किमाड़ी-लंबीधार मसूरी मोटर मार्ग पर पांच से अधिक स्थानों पर मलबा आ गया। इससे पर्यटकों और स्थानीय लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। वहीं, मैसानिक लॉज बस अड्डा के पास रात पुश्ता गिरने से ऊर्जा निगम का 990 केवीए का कॉम्पैक्ट सब स्टेशन क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे 700 घरों की बिजली गुल रही। लोनिवि की कर्लीगाड़-सरोना मार्ग चार घंटे तक बंद रहा। मोलधार-सेरकी-सिल्ला मार्ग भी मलबा आने से चार घंटे बंद रहा। मालदेवता-सेरकी सिल्ला मार्ग पर भी मलबा आ गया और पांच घंटे तक यातायात ठप रहा। सहस्त्रधारा-चामासारी मार्ग चार घंटे तक अवरुद्ध रहा। मसूरी जबर खेत के पास भूस्खलन के चलते एक घंटे तक यातायात बंद रहा। लोनिवि के ईई जितेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि मार्ग बाधित होने की सूचना पर जेसीबी से मलबा हटाकर यातायात सुचारू कराया गया।
मैसानिक लॉज बस अड्डा के पास होम स्टे के करीब बुधवार रात पुश्ता गिरने से ऊर्जा निगम का 990 केवीए का कॉम्पैक्ट सब स्टेशन क्षतिग्रस्त हो गया। इससे कुलड़ी, पिक्चर पैलेस, मैसानिक लॅज बस अड्डे क्षेत्र और आसपास करीब 700 से अधिक लोगों के घरों की बिजली गुल हो गई। पुश्ते का मलबा सड़क पर आने से यातायात को वन-वे किया गया। ऊर्जा निगम के एसडीओ पंकज थपलियाल ने बताया कि कॉम्पैक्ट सब स्टेशन की लागत करीब 55 लाख रुपये है। सब स्टेशन और लाइनों को काफी नुकसान हुआ है। 12 घंटे बाद बिजली सुचारू की गई। नायब तहसीलदार कमल राठौड़ ने पुश्ता गिरने की सूचना पर मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। वहीं नगर पालिका अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी ने बताया कि निजी संपत्ति के पुश्ता गिरने से आठ लाख की लागत से बनाया बस शेल्टर क्षतिग्रस्त हुआ है। संपत्ति स्वामी को नुकसान की भरपाई के लिए नोटिस जारी किया जाएगा।
कैमल बैक की सड़क भी कई जगह धंसी
कैमल बैक की सड़क भी कई जगह धंस गई है। सड़क पर गड्ढे होने से आवाजाही करने वालों को परेशानी हो रही है। प्रकृति प्रेमी पर्यटक और स्थानीय लोग कैमल बैक में सुबह-शाम वॉक करते हैं। पालिका के ईओ राजेश नैथानी ने बताया कि पेयजल निगम की ओर से सड़क को खोदा गया है। सड़क को ठीक करने के लिए निगम को पत्राचार किया है।पेयजल निगम के ईई संंजीव वर्मा ने बताया कि कैमल बैक रोड कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई है। बारिश के कारण मरम्मत का कार्य नहीं हो पा रहा है। बारिश बंद होते ही सड़क ठीक की जाएगी।