Monday, September 22, 2025
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डेंगू से निपटने के लिए दून अस्पताल के ब्लड बैंक ने कसी कमर

देहरादून के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालां में से एक दून अस्पताल में ब्लड बैंक में खून की कमी हो गई है। ब्लड बैंक में शुक्रवार की शाम तक विभिन्न ग्रुपों के 72 यूनिट बचे हैं। ब्लड बैंक की प्रभारी डॉ शशि उप्रेती ने बताया कि सभी को रक्तदान करने के लिए बढ़-चढ़कर बढ़ना चाहिए। जिससे जरूरतमंद लोगों की मदद होती है। ऐसे में बरसात के दिनों डेंगू के इलाज के लिए आने वाले मरीजों को आसानी से उपचार उपलब्ध हो इसके लिए ब्लड बैंक ने पूरा स्टॉक रखने पर जोर दिया जा रहा है। दून अस्पताल के ब्लड बैंक की इंचार्ज प्रोफेसर शशि उप्रेती ने बताया कि दून अस्पताल के ब्लड बैंक में 100 यूनिट तक ब्लड रहता है। वहीं यह स्टॉक शुक्रवार को 76 था। बताया, बारिश के कारण डोनर हालांकि कम संख्या में अस्पताल पहुंच रहे हैं लेकिन यदि केसों में बढ़ोतरी हुई तोे दिक्कतें हो सकती हैं।

कहा ब्लड बैंक तैयार है। उन्होंने करीब 300 से 400 लोगों की लिस्ट तैयार की है। शुक्रवार तक अस्पताल में ए पॉजिटिव के 16, ए नेगिटिव के 00, बी पॉजीटिव के 24, बी नेगिटिव के दो, ओ पॉजिटिव के 19, ओ नेगिटिव के एक, एबी पॉजीटिव के 10 और एबी नेगिटिव के एक यूनिट रही। रक्तदान से पहले ध्यान रखें यह बात – डॉ शशि उप्रेती ने बताया कि रक्तदान करना सेहत के लिए भी आवश्यक है इसलिए सभी को रक्तदान करना चाहिए। बताया रक्तदान करने से पहले संतुलित आहार लेना चाहिए, खूब पानी पीना चाहिए। कहा, अगर रक्तदान करने के बाद कमजोरी महसूस हो रही है तो आराम कर लेना चाहिए। प्रोफेसर ने बताया कि सामान्य व्यक्ति एक बार रक्तदान करके पुन: तीन महीने के अंतराल में रक्तदान कर सकता है।

रक्त चढ़ाने के दौरान जरूरी है सावधानी
डॉ शशि ने बताया कि रक्तदान करने से पहले रक्तदाता और मरीज की हेपेटाइटिस, एचआईवी और मलेरिया जैसे जरूरी जांचें होती हैं। अगर रक्त नमूने में कोई भी बीमारी पॉजिटिव आती है तो पूरी गोपनीयता के साथ ब्लड बैंक रक्तदाता को जानकारी देता है साथ यदि कोई बीमारी चिह्नित होती है तो जांच और उपचार में भी सहायता उपलब्ध कराई जाती है।

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