बालश्रम उन्मूलन जिला टास्क फोर्स ने दुकानों और होटल-रेस्टोरेंट में छापा मारा बच्चों की स्वास्थ्य जांच कर बाल कल्याण समिति के सुपुर्द किया जिला टास्क फोर्स ने बालश्रम रोकने के लिए सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर बृहस्पतिवार को होटल-ढाबों, दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में छापा मारा। टीम ने दुकानों में काम करते तीन बच्चों को मुक्त कराया। बच्चों का स्वास्थ्य जांच कर उनको बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया। जहां बच्चों की काउंसलिंग कर उनको अभिभावकों तक पहुंचाया जाएगा।जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देश पर सहायक श्रम आयुक्त दीपक कुमार के नेतृत्व में टीम ने बाल श्रम रोकने के लिए शहर के कई व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर छापा मारा। इससे प्रतिष्ठान संचालकों में खलबली मच गई। सहस्त्रधारा रोड पर तीन दुकानों पर काम करते तीन बच्चे मिले। तीनों बच्चों को टीम ने रेस्क्यू कर उनकी स्वास्थ्य की जांच कराई।
टीम ने प्रतिष्ठान संचालकों के खिलाफ रायपुर और राजपुर थानों में बाल श्रम उन्मूलन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। जिला टास्कफोर्स में सहायक श्रम आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी की ओर से बालश्रम पर रोक लगाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम संचालित करने, दुकानों, प्रतिष्ठानों एवं सार्वजनिक स्थलों पर बालश्रम अपराध संबंधी पोस्टर, पंफलेट चस्पा करने के निर्देश दिए हैं। कार्रवाई के दौरान राज्य समन्वयक बचपन बचाओ सुरेश उनियाल, एलईओ दीपक कुमार, अश्वनी कुमार, अमित थपलियाल, आईसा, समर्पण संस्था से मानसी मिश्रा, चाइल्ड हेल्पलाइन से सविता गोगिया, आसरा ट्रस्ट से जसबीर एवं लक्ष्मी, जिला बाल संरक्षण इकाई से प्रवीण चौहान आदि शामिल रहे।