उप जिला अस्पताल के सीएमएस कक्ष में स्वयंसेवी और आरटीआई कार्यकर्ता के बीच शुक्रवार को धक्का-मुक्की हो गई। यह स्वयंसेवी अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में सेवा करती है। आरटीआई कार्यकर्ता अस्पताल के कनिष्ठ सहायक की सूचना पर स्वयंसेवी के कथित भ्रष्टाचार का वीडियो देखने पहुंचा था।आरटीआई कार्यकर्ता आशीष पिपानिया ने इस मामले की शिकायत एसएसपी को दी है। आशीष ने बताया कि उनके पास अस्पताल के कनिष्ठ सहायक मंजुल सती ने फोन कर अस्पताल में बिना नियुक्ति के कार्य कर रही सितारा के भ्रष्टाचार का वीडियो देखने के लिए बुलाया। कहा कि वह सीएमएस कक्ष में कनिष्ठ सहायक का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान स्वयंसेवी सितारा सीएमएस के कक्ष में आ गईं।
आशीष ने लगाया कि सितारा ने उनके साथ धक्का-मुक्की, गालीगलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। आरोप लगाया कि वह सितारा की कई शिकायतें कर चुके हैं कि वह भ्रष्टाचार में लिप्त है। बाजार चौकी में शिकायत की तो पुलिस ने दोनों को बैठाकर मामले का निस्तारण कर दिया। वहीं, सितारा ने बताया कि आरटीआई कार्यकर्ता लंबे समय से उन्हें परेशान कर रहा है। वह उनका वीडियो रिकॉर्ड करता है। इससे कार्य के दौरान उनको परेशानी होती है। वरिष्ठ उपनिरीक्षक संजीत कुमार ने बताया कि पुलिस को अब तक शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल में सितारा स्वयंसेवी के तौर पर काम कर रही है। कोरोनाकाल में उसने कोरोना पॉजिटिव मरीजों की सेवा की थी। उसने आरटीआई कार्यकर्ता से कई बार परेशान होने की शिकायत की है। – डॉ. विजय सिंह, सीएमएस, उप जिला अस्पताल