रामनगर। उत्तराखंड में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बीते दिन भारी बारिश से प्रदेश के जिले जिलों में बादल फटने की घटनाएं सामने आई। जिसमें जनहानि भी सामने आई। वहीं भारी बारिश से रामनगर कोसी बैराज के पास स्थित सिंचाई विभाग का आपदा कंट्रोल रूम खतरे की जद में आ गया है। उत्तराखंड में बीते दिन से लगातार बारिश का दौर जारी है। भारी बारिश से कई मार्गों पर मलबा आने से आवाजाही बाधित हो गई है। वहीं कोसी नदी के उफान पर आने से भूकटाव जैसी समस्याएं भी सामने आई हैं। वहीं देर रात कोसी नदी के उफान पर आने से रामनगर कोसी बैराज पर स्थित रामनगर सिंचाई विभाग का आपदा कंट्रोल रूम खतरे की जद में आ गया है। आपदा कंट्रोल रूम के नीचे कोसी नदी बहती है और देर रात कोसी नदी जलस्तर काफी बढ़ गया।
जिससे नदी किनारे बने लगभग आधा दर्जन ब्लॉक कोसी में समा गए। वहीं ब्लॉक के बेस पर टिके सिंचाई विभाग के आपदा कंट्रोल रूम को खतरा पैदा हो गया है। वहीं सिंचाई विभाग के कोसी बैराज पर तैनात जेई जावेद ने कहा कि उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। वहीं एस्टीमेट बनाकर इसका ट्रीटमेंट का कार्य बरसात के बाद शुरू किया जाएगा। बीते दिन रामनगर के ढेला नदी में पर्यटकों को ले जा रही जिप्सी बह गई। वहीं जिप्सी बहने से वाहन में सवार पर्यटकों की जान पर बन आई। जिप्सी को बहता देख आसपास के लोग तत्काल मौके पर पहुंचे, उन्होंने तत्काल उनका रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला. वहीं जिप्सी में 5 लोग सवार थे। जिसमें 2 महिला, 2 पुरुष और एक बच्चा भी शामिल था।