पंतद्वीप पार्किंग के पास सौंदर्यीकरण कार्य के चलते कांवड़ से पूर्व पिंक वेंडिंग जोन को हटा दिया गया था। इस खाली जमीन पर मौका देखकर अन्य लोगों ने कब्जा जमा लिया था। उधर खड्डा पार्किंग में शिफ्ट की गई पिंक वेंडिंग जोन की वेंडर लगातार जिलाधिकारी और नगर निगम में मुख्य नगर आयुक्त से जगह दिलाने की मांग कर रही थीं। इसी बीच रविवार को नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और अवैध तरीके से खाली कराए गए भूमि से कब्जा हटवाया। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने कांवड़ और कुंभ के लिए गंगा नदी और हाईवे के बीच की जमीन को उत्तराखंड सरकार के साथ अनुबंध किया है। इस पर कोई भी स्थायी तौर पर निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता है।
बावजूद इसके प्रदेश की पहली महिला पिंक वेंडिंग जोन समेत इसी क्षेत्र में पार्किंग का निर्माण कर दिया गया था। हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण ने इस समूचे क्षेत्र को चमकाने के लिए अवस्थापना विकास मद से सौंदर्यीकरण कार्य शुरू किया। इसके तहत अवैध तरीके से खोले गए होटल ढाबे, पार्किंग और यहां पर स्थापित पिंक वेंडिंग जोन को प्रशासन ने हटा दिया था। इसी बीच कांवड़ मेला का दौर चला तो कई बाहरी दुकानदार और वेंडिंग जोन के कुछ वेंडर फिर से इसी भूमि पर दुकानें संचालित कर रहे थे। इससे जहां विकास कार्य में बाधा आ रही थी वहीं महिला पिंक वेंडिंग जोन की वेंडर प्रशासन पर उनके रोजगार को बंद करने का आरोप लगा रही थी।
बढ़ता जा र ही हैं झुग्गी झोपड़ियां
गंगा घाट के पार और हाईवे के बीच झुग्गी झोपड़ी और गंदगी इसकी पहचान बनती जा रही थी। विकास का खाका खींचा गया और अवैध तरीके रह रहे लोगों को हटाकर वहां पर टाइल्स लगाई जा रही है। तमाम प्रयास के बाद भी झुग्गी, झोपड़ी और घुमंतु परिवारों का कुनबा बढ़ता ही जा रही है। कुछ यही हाल चंडी देवी पुल से भी दिखता है। मलिन बस्ती के रूप में यहां का स्वरूप दिन प्रतिदिन बड़ा होता जा रहा है। कहां से और कौन लोग यहां झुग्गी डालकर पूरे कुनबे के साथ रह रहे हैं, जिला प्रशासन को इसकी कोई परवाह नहीं है। घुमंतु परिवारों का कोई सत्यापन भी नहीं किया जाता है। बढ़ते कुनबे को पहले घाट किनारे से हटाया। इन परिवारों ने पूरी पार्किंग और कुंभ और कांवड़ मेला क्षेत्र में अपना ठौर ठिकाना बना लिया अब जब यहां से हटाए गए तो हाईवे और पार्किंग के बीच खाली जमीनों पर इनका कब्जा होता जा रहा है।