स्वास्थ्य विभाग और औषधि विभाग की टीमों ने बुधवार को नैनीताल जिले में अस्पतालों और मेडिकल स्टोरों पर ताबड़तोड़ छापे मारे। अनियमितताएं मिलने पर दो मेडिकल स्टोर के लाइसेंस निलंबित करने की संस्तुति करते हुए उन्हें बंद करा दिया गया। वहीं एक अस्पताल की कैंटीन मानक के अनुरूप चलती न मिलने पर उसे बंद करने के निर्देश दिए गए। मेडिकल स्टोरों पर लापरवाही से दवाओं की बिक्री किए जाने की नैनीताल के एक अफसर की शिकायत पर ये छापे मारे जाने की चर्चा है।सीएमओ डॉ. एचसी पंत के निर्देश पर बुधवार को टीमों ने विवेकानंद अस्पताल, रेडियंट और नीलकंठ अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। सीएमओ ने बताया कि विवेकानंद अस्पताल में एक कैंटीन बगैर मानकों और बिना किसी प्रपत्र के संचालित की जा रही थी।
टीम ने तत्काल प्रभाव से कैंटीन को बंद कराया। वहीं वरिष्ठ औषधि निरीक्षक नीरज कुमार ने अस्पतालों में 24 घंटे संचालित होने वाली फार्मेसी पर अतिरिक्त फार्मासिस्ट तैनात करने के निर्देश दिए। उन्होंने ब्रजवासी फार्मा और न्यू लाइफ मेडिकोज प्रतिष्ठानों में अनियमितताएं मिलने पर उनके लाइसेंस निलंबन करने की संस्तुति करते हुए उन्हें बंद करने के निर्देश दिए।टीम ने राठौर मेडिकल स्टोर और रावत मेडिकल स्टोर में दवाओं का उचित भंडारण करने की व्यवस्था बनाने को कहा। साथ ही दोनों प्रतिष्ठानों से एंटीबायोटिक और माउथ गार्गल श्रेणी की दवाओं के तीन नमूने भी लिए। निरीक्षण दल में एसीएमओ डॉ. रजत भट्ट, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ. राहुल लसपाल, ड्रग इंस्पेक्टर मीनाक्षी बिष्ट और आयुर्वेदिक विभाग से डॉ. योगेंद्र सिंह शामिल रहे।