प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) कालसी में करीब डेढ़ वर्ष बाद दंत सर्जन की तैनाती हो गई है। अस्पताल में दंत सर्जन न होने के कारण मरीजों को उपचार के लिए उप जिला अस्पताल विकासनगर जाना पड़ रहा था। अमर उजाला स्वास्थ्य केंद्र में दंत सर्जन न होने से मरीजों हो रही परेशानी की खबर लगातार प्रकाशित कर रहा था। कालसी तहसील क्षेत्र के 60 से अधिक गांव उपचार के लिए पीएचसी कालसी पर निर्भर है। स्थानीय आबादी को देखते हुए अस्पताल के उच्चीकरण के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।
अस्पताल में मरीजों को सुविधा के लिए दंत सर्जन की नियुक्ति की गई थी। बीते वर्ष फरवरी में दंत सर्जन डॉ. आदित्य सिंह का स्थानांतरण कर दिया गया था। उसके बाद से दंत रोग चिकित्सा की ओपीडी बंद हो गई थी। मरीजों को उपचार के लिए 12 किलोमीटर दूर उप जिला अस्पताल विकासनगर जाना पड़ रहा था। कालसी के दूरस्थ क्षेत्रों के मरीजों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता था। प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. प्रदीप चंदोला ने बताया कि अस्पताल में दंत रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति हो गई। दंत सर्जन डॉ. नुसरत शाह ओपीडी में 15 से 20 मरीज रोज देख रही हैं।