जैश-ए-मोहम्मद के फरीदाबाद माॅड्यूल द्वारा दिल्ली में बम विस्फोट की घटना अंजाम देने के मामले में अलीगढ़ के कई डॉक्टर एनआईए-एटीएस के रडार पर आ गए हैं। एनआईए द्वारा अब तक की गई जांच के बाद इन पर इस घटना के बाद मोबाइल बंद करने से संदेह गहरा रहा है। साथ में मुख्य आरोपी डॉ. मुजम्मिल, डॉ. शाहीन और डॉ. आदिल से संपर्क भी हो रहे उजागर रहे हैं। इस आधार पर जल्द इनसे पूछताछ के भी संकेत हैं। इस मामले में अब से पहले कश्मीर के रहने वाले डॉ. यासिर हुसैन की निगरानी चल रही थी। वह यहां कार्डियोलॉजी विभाग में सेवारत है। इसके बाद अब उजागर हुआ है कि कई ऐसे चिकित्सक रहे हैं, जो इस कांड से पहले फरीदाबाद आते-जाते रहे हैं, उनकी इस कांड के मुख्य आरोपियों से करीबी भी उजागर हुई हैं।साथ में उनके नंबर भी इस कांड के बाद बंद हुए हैं। ऐसे चिकित्सकों के विषय में इनपुट एनआईए द्वारा यूपी एटीएस को दिया गया है। इसी आधार पर इनसे पूछताछ की जाएगी। हालांकि अभी इस संबंध में कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं है। इससे पहले एजेंसियां यह भी जानने का प्रयास कर रही हैं कि कितने चिकित्सक इनमें से कश्मीरी हैं, कितने ऐसे हैं, जो फरीदाबाद जाते रहे हैं। उन लोगों के इस कांड के आरोपियों से संपर्क रहे हैं।
अलीगढ़ सहित पश्चिमी यूपी के 10 से ज्यादा डॉक्टरों से पूछताछ
दिल्ली में बम विस्फोट मामले की जांच एनआईए के सुपुर्द करने के बाद यूपी में भी कार्रवाई तेज होती जा रही है। एनआईए के इनपुट पर यूपी एटीएस ने शुक्रवार को अलीगढ़ सहित पश्चिमी यूपी के आधा दर्जन जिलों के 10 से ज्यादा डॉक्टरों से पूछताछ की है। ये सभी मुख्य आरोपी डॉ. मुजम्मिल, डॉ. शाहीन और डॉ. आदिल के संपर्क में थे। फिलहाल एटीएस ने किसी को भी हिरासत में लेने या गिरफ्तार करने की पुष्टि नहीं की है।अधिकारियों की मानें तो जिन जिलों के डॉक्टरों से पूछताछ की गई है, उनमें बहराइच, अलीगढ़, नोएडा, सहारनपुर, अमरोहा, मुरादाबाद, संभल और मुजफ्फरनगर शामिल हैं। खासकर मुरादाबाद में तीन डॉक्टरों की गतिविधियां संदिग्ध मिलने पर गहनता से जांच की जा रही है। तीनों को राजधानी स्थित एटीएस मुख्यालय भी बुलाया गया है। तीनों डॉ. मुजम्मिल और डॉ. आदिल के संपर्क में थे और दिल्ली की घटना के बाद अपना मोबाइल बंद कर दिया था। तीनों की लोकेशन बीते माह फरीदाबाद में मिली है, जिसकी वजह से उन पर शक गहराता जा रहा है।
एनआईए को सौंपे सुबूत
दूसरी ओर एटीएस ने डॉ. शाहीन और डॉ. परवेज के घर से बरामद सुबूतों को एनआईए के हवाले कर दिया है। दरअसल, एनआईए ने अभी तक इस प्रकरण को लेकर कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है। एनआईए द्वारा जांच टेकओवर करने के बाद केस प्रॉपर्टी को उनके सुपुर्द किया गया है।







