रुड़की। रबड़ बनाने की एक फैक्टरी में संदिग्ध हाल में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की चार गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाना शुरू किया, लेकिन आग भड़कती रही। करीब दस घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पाया जा सका, लेकिन तब तक पूरी फैक्टरी जलकर नष्ट हो चुकी थी। आग से लाखों का नुकसान बताया जा रहा है।रुड़की के रामनगर औद्योगिक क्षेत्र स्थित दिल्ली निवासी मनीष जैन की रबड़ की फैक्टरी है। फैक्टरी में टायरों पर चढ़ाने वाली रबड़ बनाई जाती है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह करीब सात बजे फैक्टरी से चौकीदार ने धुआं निकलता देखा और सूचना फैक्टरी मालिक को दी। फैक्टरी मालिक ने सूचना रुड़की दमकल विभाग के कार्यालय में दी।
इस बीच फैक्टरी से आग की ऊंची-ऊंची लपटें निकलने लगी और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग लगता देख आसपास के फैक्टरी में काम करने वाले कर्मचारी मौके पर जमा हो गए।कुछ मिनट बाद ही दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई और आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन आग भड़कती गई। मौके पर हरिद्वार, लक्सर, मंगलौर से भी दमकल विभाग की गाड़ियों को बुलाया गया। करीब दस घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शाम चार बजे आग पर पूरी तरह से काबू पाया गया। आग पर काबू पाने के बाद दमकल विभाग की टीम और आसपास बनी फैक्टरियों के प्रबंधन ने राहत की सांस ली। वहीं, आग से फैक्टरी पूरी तरह बर्बाद हो गई और लाखों की कीमत का सामान भी जल गया।
छह गाड़ियों ने आग पर पाया काबू
दमकल विभाग की छह बड़ी गाड़ियों ने फैक्टरी में लगी आग पर काबू पाया। इस दौरान गाड़ियों में आसपास की फैक्टरियों से पानी लिया गया। साथ ही मौके पर मौजूद फैक्टरी कर्मचारियों ने भी आग पर काबू पाने के लिए दमकल कर्मचारियों का सहयोग किया। इस दौरान रुड़की दमकल विभाग के प्रभारी सुंदरपाल, लक्सर प्रभारी कृपाराम शर्मा, लीडिंग फायरमैन अतर सिंह राणा सहित सतपाल, जब्बार खान, मोहन सिंह नेगी, विपिन तोमर, हरीशचंद, जगवीर आदि मौजूद रहे।
फैलने से पहले रोकी आग, वरना हो सकता था बड़ा नुकसान
दमकल विभाग की टीम ने फैक्टरी में लगी आग को आसपास फैलने नहीं दिया। आग पर काबू पाने के लिए दीवारों को भी तोड़कर पानी की बौछार की गई। अगर आग आसपास फैलती तो बड़ा नुकसान हो सकता था।आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। ऐसा हो सकता है कि शॉर्टसर्किट से आग लगी हो। आग के कारणों का पता चलाया जा रहा है। साथ ही आग से कितना नुकसान हुआ है इसका भी आकलन किया जा रहा है।- सुंदरपाल, अग्निशमन प्रभारी, दमकल विभाग, रुड़की