देहरादून, 14 अप्रैल: डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में “संविधान बचाओ, सौहार्द बढ़ाओ” विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं नेताओं ने जहां बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित की, वहीं खिचड़ी-पल्लर सहभोज के माध्यम से सामाजिक एकता और समरसता का संदेश भी दिया।
गोष्ठी की अध्यक्षता कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (संगठन एवं प्रशासन) श्री सूर्यकांत धस्माना ने की। उन्होंने घण्टाघर स्थित बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इसके बाद राजीव भवन, प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में गोष्ठी का आयोजन हुआ।
संविधान पर हो रहा है सुनियोजित हमला – सूर्यकांत धस्माना
गोष्ठी को संबोधित करते हुए श्री धस्माना ने कहा, “बाबा साहब ने भारत को जो संविधान रूपी पवित्र ग्रंथ दिया है, वह 140 करोड़ भारतीयों की आत्मा है। आज आरएसएस और भाजपा उस संविधान को नष्ट और समाप्त करने की मंशा से काम कर रही हैं। लेकिन कांग्रेस इसका डटकर विरोध करेगी, चाहे इसके लिए हमें अपने प्राणों की आहुति ही क्यों न देनी पड़े।”
उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तराखंड सहित केंद्र की भाजपा सरकारें लगातार संविधान विरोधी आचरण कर रही हैं और जातीय, धार्मिक व भाषाई आधार पर भेदभाव को बढ़ावा दे रही हैं।
राहुल गांधी की पदयात्रा बना प्रतीक – मोहब्बत बनाम नफरत
श्री धस्माना ने आगे कहा कि राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ संविधान की रक्षा और सामाजिक सौहार्द के लिए एक प्रेरणास्रोत है। उन्होंने कहा कि “400 पार” का नारा इस पदयात्रा की मोहब्बत के सामने धराशायी हो गया और भाजपा की संविधान बदलने की साजिशें नाकाम हो गईं।
अनुसूचित जाति विभाग ने दिया बाबा साहब के सपनों को साकार करने का संकल्प
कार्यक्रम के संयोजक व कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल ने कहा कि कांग्रेस बाबा साहब के तीन मूलमंत्र – शिक्षित बनो, संगठित हो, संघर्ष करो – को जन-जन तक पहुंचाकर वंचितों, दलितों, आदिवासियों व गरीबों को संगठित करेगी।
बुद्धिजीवियों और समाजसेवियों ने रखे विचार
कांग्रेस बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप जोशी ने कहा कि डॉ. आंबेडकर केवल एक वर्ग के नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति के नेता हैं जो शोषित और वंचित है। वे महिला अधिकारों के लिए भी उतनी ही मुखर आवाज थे।
महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी ने बाबा साहब को एक दूरदर्शी, महान विचारक बताया और कहा कि उनका जीवन पूरी दुनिया के वंचितों के लिए प्रेरणा है।
अनेक गणमान्यजन हुए शामिल
इस अवसर पर प्रो. प्रत्यूष (DBS कॉलेज), सरदार अमरजीत सिंह, वीरेंद्र पोखरियाल, जगदीश धीमान, सुनील जायसवाल, अर्जुन सोनकर (पार्षद), अभिषेक तिवारी (पार्षद), मोहन काला, आनंद सिंह पुंडीर, सीपी सिंह, देवेंद्र सिंह, दिनेश कौशल, गगन छाचर, करण गाघट, आशीष देसाई, कैलाश वाल्मीकि, एस.पी. यादव समेत अनेक नेताओं और समाजसेवियों ने अपने विचार व्यक्त किए और बाबा साहब को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
खिचड़ी-पल्लर भोज ने बढ़ाया सौहार्द
गोष्ठी के बाद सभी कार्यकर्ताओं और आमंत्रित अतिथियों ने राजीव भवन में सामूहिक खिचड़ी-पल्लर भोज में भाग लिया। इस आयोजन के माध्यम से कांग्रेस ने सामाजिक समरसता और भाईचारे का उदाहरण प्रस्तुत किया।