प्रदेश के कुछ सरकारी महाविद्यालयों में छात्र-छात्राओं की संख्या प्राथमिक विद्यालयों से भी कम है। विभाग के लिए इससे भी बड़ी चिंता की बात यह है कि जिन छात्र-छात्राओं ने इन महाविद्यालयों में प्रवेश लिया है, वे भी नियमित रूप से काॅलेज नहीं आ रहे हैं।एक रिपोर्ट के मुताबिक सरकारी डिग्री काॅलेज शीतलाखेत अल्मोड़ा में प्रवेश संख्या 66 है, लेकिन छात्र-छात्राओं की दैनिक उपस्थिति पांच है। महाविद्यालय के प्राचार्य ललन सिंह बताते हैं कि क्षेत्र के इंटरमीडिएट काॅलेज में भी छात्र-छात्राओं की संख्या बहुत कम है। महाविद्यालय में 66 छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया है। जिसमें अधिकतर छात्राएं हैं।
घास काटने के सीजन में कॉलेज आने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या बहुत कम हो जाती है। हालांकि इन दिनों औसतन 20 से 25 छात्र-छात्राएं काॅलेज आ रहे हैं। महाविद्यालय में स्टाफ की स्थिति के बारे में उन्होंने बताया कि एक प्रोफेसर, छह असिस्टेंट प्रोफेसर, दो क्लर्क और तीन उपनल कर्मी तैनात हैं।एसबीएस पीजी कालेज रुद्रपुर का भी कुछ यही हाल है। उच्च शिक्षा विभाग की इस रिपोर्ट के मुताबिक वनस्पति विज्ञान विषय में विश्वविद्यालय से कुछ स्वीकृत सीटों की संख्या 110 है। कुल बैठने की क्षमता 80 है। जिसमें एक ही कमरे में कक्षा और लैब चल रही है। कुल 800 छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया है। जबकि छात्र-छात्राओं की औसतन दैनिक उपस्थिति 50 है।