नई दिल्ली। भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) हर रोज सुबह 6 बजे अपडेट करती हैं। रोजाना का बदलाव यह सुनिश्चित करते हैं कि उपभोक्ताओं को लेटेस्ट और सबसे सटीक फ्यूल कीमतें दी जाती हैं। जिससे स्थिरता और पारदर्शिता बनी रहती है।
कच्चे तेल की कीमतें- चूंकि पेट्रोल और डीजल के उत्पादन के लिए कच्चा तेल मुख्य कच्चा माल है। इसलिए इसकी कीमत सीधे इन ईंधनों की लागत को प्रभावित करती है।
विनिमय दर- चूंकि भारत कच्चे तेल का एक प्रमुख आयातक है। इसलिए भारतीय रुपये और अमेरिकी डॉलर के बीच विनिमय दर में उतार-चढ़ाव पेट्रोल और डीजल की कीमतों को प्रभावित करता है।
टैक्स- पेट्रोल और डीजल की कीमतें केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लगाए गए विभिन्न टैक्स के अधीन हैं। ये टैक्स राज्यों में अलग-अलग हो सकते हैं, जो अंतिम कीमत को काफी प्रभावित करते हैं।
शोधन लागत- कच्चे तेल को पेट्रोल और डीजल में परिशोधित करने की लागत भी ईंधन की कीमतों को निर्धारित करने में एक भूमिका निभाती है। उपयोग किए जाने वाले कच्चे तेल के प्रकार और रिफाइनरी की दक्षता जैसे कारकों के आधार पर शोधन व्यय अलग-अलग हो सकते हैं।
मांग- पेट्रोल और डीजल की मांग भी उनकी कीमतों को प्रभावित कर सकती है. मांग में वृद्धि से आम तौर पर ईंधन की कीमतें बढ़ जाती हैं.