भदोही जिले की गोपीगंज कोतवाली और क्राइम ब्रांच की टीम ने शुक्रवार की सुबह मुठभेड़ में तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया। तीनों बैंक से निकलने वाले लोगों की रेकी कर उनको ठगने का काम करते थे। इनके खिलाफ जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों के अलावा अन्य जिलों में 24 से अधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने तीनों को बैदाखास के पास हुई मुठभेड़ में गिरफ्तार किया।
महिलाओं और बुजुर्गों को बनाते थे शिकार
जिले के सुरियावां, औराई, ऊंज और गोजीगंज जैसे थाना क्षेत्रों में अक्सर बैंक से निकलने वाले लोगों के साथ ठगी की शिकायतें मिलती रहती थीं। अक्सर ठगी की शिकार महिलाएं और बुजुर्ग होते थे। इस साल लगातार हुई घटनाओं को लेकर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि इसके पीछे एक संगठित गिरोह काम कर रहा है।
पुलिस के हत्थे कैसे चढ़े बदमाश
एसपी अभिमन्यु मांगलिक ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच टीम गठित की। जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि लोगों को ठगने वाला अंर्तजनदीय गिरोह फिर से जनपद में सक्रिय हो गया है। जानकारी के बाद गोपीगंज और क्राइम ब्रांच की टीम बैदाखास के पास जांच कर रही थी। इस बीच तीन संदिग्ध आते दिखे। पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा तो उन्होंने टीम पर फायरिंग झोंक दी। जवाबी हमला कर पुलिस ने सुनील कुमार सरोज निवासी कदमपुर, रामापुर, कुंडा, प्रतापगढ़ व रमेश कुमार सरोज निवासी जुड़वानी का पुरवा, कुंडा, प्रतापगढ़ और मोहम्मद सुहैल उर्फ अमन निवासी तटभर पमरेजपुर, मऊआइमा, प्रयागराज को गिरफ्तार किया। पुलिस की तरफ से हुई फायरिंग में सुनील कुमार सरोज के बाएं पैर में व रमेश कुमार सरोज के दाहिने पैर में गोली लगी। एसपी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि घायल अभियुक्तों की स्थिति सामान्य है। उन्हें ज्ञानपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम/फील्ड यूनिट जांच की। बताया कि तीनों के खिलाफ भदोही समेत प्रयागराज, कौशांबी, रायबरेली में करीब दो दर्जन मामले दर्ज हैं।







