पंचायत चुनाव स्थगन पर उठे सवाल, लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप
देहरादून। उत्तराखंड में नगर निकाय, छात्र संघ, सहकारिता और अब पंचायत चुनाव टाले जाने को लेकर प्रदेश में सियासत गरमा गई है। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री और पूर्व राज्यमंत्री नवीन जोशी ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए इसे “हिटलरशाही” करार दिया। उन्होंने कहा कि सरकार चुनाव नहीं कराकर लोकतंत्र का गला घोंट रही है और जनता के अधिकारों को कुचल रही है।
जोशी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने पंचायत चुनाव टालने के लिए बार-बार कोर्ट में झूठे बयान दिए, जो बेहद शर्मनाक और लोकतंत्र विरोधी है। उन्होंने कोर्ट से अपील की कि वह इस मामले में स्वतः संज्ञान लेकर सरकार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
“सरकार की मंशा पर सवाल”
राजेंद्र नगर स्थित अपने कैंप कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में नवीन जोशी ने कहा कि सरकार चुनाव प्रक्रिया से जानबूझकर बच रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपनी असफलताओं को छुपाने और जनता को जवाबदेही से दूर रखने के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को बाधित कर रही है।
उन्होंने कहा, “यह सरकार केवल अपने स्वार्थ को साधने में लगी हुई है और लोकतंत्र की मूल भावनाओं की अनदेखी कर रही है। कांग्रेस इस अलोकतांत्रिक रवैये के खिलाफ आंदोलन शुरू करने पर विचार कर रही है।”
कांग्रेस का सख्त रुख
जोशी ने कहा कि सरकार के इस रवैये के खिलाफ कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी। उन्होंने जनता से भी अपील की कि वे इस मुद्दे पर एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद करें। कांग्रेस इस विषय पर बड़े स्तर पर आंदोलन की रणनीति तैयार कर रही है ताकि जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा की जा सके।
यह मुद्दा केवल राजनीतिक बयानबाजी तक सीमित नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की रक्षा और जनता के अधिकारों की लड़ाई का सवाल है। कांग्रेस का कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो वह सड़कों पर उतरकर जनता के साथ मिलकर सरकार के इस रवैये का विरोध करेगी।