लक्सर। ग्राम प्रधान रोनिक कुमार पत्नी नीलम के प्रार्थना पत्र पर अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष के आदेश के बाद पुलिस ने लेखपाल और उसके तीन अज्ञात साथियों के खिलाफ केस दर्ज करने की कार्रवाई की है। 11 जून को लेखपाल अंजू कुमार अवैध खनन के एक मामले की जांच करने प्रतापपुर गांव गए थे। तभी लेखपाल का प्रधान रौनिक कुमार से विवाद हो गया था।
लेखपाल ने ग्राम प्रधान के खिलाफ दर्ज कराया था केस। लेखपाल अंजू कुमार ने ग्राम प्रधान और उसके भाई रवि, पिता राजकुमार समेत अन्य अज्ञात लोगों पर गाली गलौच, मारपीट, सरकारी दस्तावेज फाड़ने समेत उसके गले की चेन व मोबाइल लूटने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। लेखपाल संघ के एक माह से अधिक आंदोलन के बाद ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी हुई थी।
ग्राम प्रधान की पत्नी ने अनुसूचित जाति आयोग को लिखा था पत्र। इसके बाद मामले को लेकर प्रधान की पत्नी नीलम द्वारा अनुसूचित जाति आयोग अध्यक्ष को प्रार्थना पत्र भेजा गया था। जिसमें कहा गया था कि 11 जून को हल्का लेखपाल अंजू कुमार अपने तीन अज्ञात साथियों के साथ उनके घर में घुसे और उसके पति रोनिक कुमार के साथ जाति सूचक अपशब्दों का प्रयोग करते हुए मारपीट की। इसी बीच उसके साथ भी धक्का-मुक्की की गई. ग्राम प्रधान की पत्नी द्वारा मामले में कार्रवाई की मांग की गई थी।
लेखपाल अंजू कुमार और अन्य तीन के खिलाफ केस दर्ज। कोतवाली प्रभारी राजीव रौथान ने बताया कि अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष के आदेश पर लेखपाल अंजू कुमार और अन्य तीन अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही मामले की जांच की जा रही है।