देहरादून/लक्सर। पटेल नगर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत प्रॉपर्टी डीलर पर जमीन बेचने के नाम पर चमोली के शख्स से लाखों रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पीड़ित शख्स की तहरीर के आधार पर पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लक्सर में भी खनन माफियाओं ने ग्राम समाज की सरकारी जमीन खोद डाली। साथ ही आरबीएम भी उठाने का आरोप है।
चमोली के शख्स से ठगी। चमोली निवासी हरीश चंद्र ने पटेल नगर कोतवाली में एक शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया है कि देहरादून में जमीन खरीदने के लिए प्रॉपर्टी डीलर से संपर्क किया। जिसने आमवाला तरला में एक प्लॉट दिखाया। पीड़ित हरीश चंद्र को प्लॉट पसंद आया। जिसके बाद प्रॉपर्टी डीलर ने पीड़ित को प्लॉट के मूल मालिक और उसकी पत्नी से मिलाया। बीती 14 जनवरी 2022 को दंपति से 36 लाख रुपए में प्लॉट का सौदा तय किया गया। पीड़ित हरीश चंद्र ने एडवांस 3 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए और उसके बाद 26 मार्च 2022 को 32 लाख रुपए ट्रांसफर किए। साथ ही आरोपियों ने 15 लाख रुपए नक्शा पास करवाने, कॉलम एंड फाउंडेशन, बाउंड्री बॉल समेत गेट के नाम पर लिए। काफी महीने बीत जाने के बाद आरोपियों ने दाखिल खारिज और रजिस्ट्री नहीं कराई तो पीड़ित हरीश चंद्र ने खुद ही पटवारी को लेकर जमीन की जांच कराई। जांच के दौरान पता चला कि यह जमीन पर्ल एग्रोटेक कॉरपोरेशन लिमिटेड से संबंधित है। साथ ही हाईकोर्ट ने इस जमीन को बेचने पर साल 2015 से रोक लगाई है।
पीड़ित हरीश चंद्र की तहरीर के आधार पर आरोपी देवेंद्र कुमार,पत्नी निधि गंगवार और प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष वर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। – कमल सिंह, पटेल नगर कोतवाली प्रभारी
लक्सर में खनन माफिया ने खोद डाली ग्राम समाज की सरकारी जमीन: लक्सर में अवैध खनन का मामला सामने आया है। ताजा मामला भोगपुर क्षेत्र में ग्राम समाज की सरकारी भूमि को खोदकर 21,400 घन मीटर आरबीएम निकालने से जुड़ा है। चकबंदी और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम के निरीक्षण में अवैध खनन का खुलासा हुआ है। अब राजस्व उप निरीक्षक आशीष ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। राजस्व उप निरीक्षक आशीष ने अज्ञात खनन माफिया के खिलाफ लक्सर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। इससे पूर्व निहंदपुर के पूर्व ग्राम प्रधान शमीम अहमद समेत ग्रामीणों की ओर से ग्राम समाज की भूमि पर बड़े स्तर पर अवैध खनन होने की शिकायत की गई थी। आरोप था कि खनन माफिया की ओर से श्मशान घाट को भी नहीं बख्शा गया है, लेकिन आज तक मामले में माफिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।