आईटीडीए के सर्वर हैक हुआ ये सबसे पहले सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट के बंद होने से पता चला। हैकर्स ने आईटीडीए के सर्वर पर हैकिंग संबंधी मैसेज भेजे और भुगतान यानी फिरौती देने के बाद ही इसे चालू करने को कहा। हैकर्स ने दो ई-मेल एड्रेस भी संपर्क के लिए भेजे थे। इस मामले में प्रभारी इंस्पेक्टर सीसीटीएनएस की शिकायत पर साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।इंस्पेक्टर की तहरीर पर यह मुकदमा चार अक्तूबर को दर्ज किया गया है। दो अक्तूबर को करीब पौने तीन बजे अचानक सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट ने काम करना बंद कर दिया। टीम उस वक्त सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट से संबंधित शिकायतों का निस्तारण कर रही थी। उन्होंने दूसरे सिस्टम पर चेक किया तो वहां भी नहीं चला।
इसके बाद उन्होंने आईटीडीए से जानकारी की तो पता चला कि सर्वर हैक हो गया है। इस पर रैनसम संबंधी मैसेज भी नोटपैड में आया हुआ है। यह मैसेज सर्वर के प्रत्येक फोल्डर में प्रदर्शित हो रहा था। हैकर्स ने दो ई-मेल आईडी (hermesaa@tutamail.com व linger11@cock.li ) भी संपर्क के लिए इस मैसेज में दी।इसके बाद पता चला कि हैकर्स ने अवैध रूप से सर्वर में बदलाव कर दिए हैं। इसके लिए उन्होंने भुगतान के बाद ही सर्वर चालू करने को लिखा था। प्रभारी इंस्पेक्टर ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी। उधर, सूत्रों के मुताबिक यह हमला भारत से नहीं बल्कि विदेश से किया गया है। इसकी तह तक जाने के लिए साइबर थाना पुलिस और एसटीएफ जुटे हुए हैं। हैकर्स ने जो ई-मेल एड्रेस दिए हैं उनके संबंध में भी जांच की जा रही है।