पश्चिम बंगाल में पूर्वी मिदनापुर में एनआईए टीम पर हमले को लेकर राज्य में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का माहौल शुरू हो गया है। इस बीच गिरफ्तार टीएमसी नेता मोनोब्रता जाना की पत्नी की शिकायत पर एनआईए टीम और सीआरपीएफ अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दरअसल, टीएमसी नेता की पत्नी ने आरोप लगाया कि एनाईए अधिकारियों ने उनके घर में घुसकर मारपीट की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारियों ने महिला के सम्मान को ठेस पहुंचा है। भूपतिनगर थाने में आईपीसी की धारा 325,34, 354, 354(बी), 427, 448, 509 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
ममता बनर्जी ने घटना पर दी प्रतिक्रिया
इस घटना पर ममता बनर्जी ने प्रतिक्रिया देते हुए पूछा, “एनआईए आधी रात में छापेमारी क्यों की? क्या उन्होंने पुलिस से इसकी इजाजत ली? स्थानीय लोगों ने वही किया, जो किसी अजनबी के उनकी जगह पर आने पर उन्हें करना चाहिए था। ममता ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वे (एनआईए) चुनाव से ठीक पहले लोगों को गिरफ्तार क्यों कर रहे हैं?” इस घटना पर भाजपा नेता राहुल सिंहा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह हमलावरों के समर्थन में खड़ी है। उन्होंने आगे कहा कि जहां सीएम हमलावरों का समर्थन करेगी, वहां हमले तो स्वाभाविक है।
क्या था मामला
एनआईए टीम साल 2022 में हुए बम धमाके की जांच करने गई थी। इस दौरान एनआईए टीम दो आरोपियों को गिरफ्तार कर अपने साथ कोलकाता ला रही थी, उसी दौरान एनआईए टीम पर हमला हुआ। ग्रामीणों ने एनआईए टीम के काफिले को घेर लिया और पथराव कर दिया। इस हमले में कई अधिकारी घायल हुए हैं। एनआईए टीम पर हमले को लेकर मामला दर्ज किया गया है। इस मामले को लेकर भाजपा टीएमसी सरकार पर हमलावर है। भाजपा का आरोप है कि ममता बनर्जी के शासनकाल में राज्य में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है और पुलिस की मिलीभगत से ये सब हो रहा है।







